दिल्ली / मुंबई वेब डेस्क – भारत में ज्यादातर राज्यों में कोरोना संक्रमण में स्वस्थ लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है | ये लोग अब प्रवासी मजदूर का नाम सुनते ही खौफ में आ रहे है | इन मजदूरों की आवाजाही के बाद देश के शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाके के लोग कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहे है | इसके साथ ही संक्रमित मरीजों के साथ ही मृतकों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है |
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के जिन अस्पतालों में मरीजों का उपचार चल रहा है, वहां सारे बेड भर गए है | नए अस्पतालों में मरीजों की शिफ्टिंग भी हो रही है | इस बीच ऐसी भी खबरे आई है जिससे पता चलता है कि कई मरीजों के बेड के करीब ही घंटों तक शव रखे गए थे | मरीजों की आपत्ति के बाद उन्हें हटाया गया था |
मुंबई के बाद अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से भी एक झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है | बताया जाता है कि दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के बाहर हाथ ठेले पर ही शव रखकर दो व्यक्ति ले जाते दिखाई दिए थे | यह घटना 21 मई की रात 11.09 बजे की बताई जा रही है | तस्वीरों और वीडियो में साफ़ तौर पर दिख रहा है कि एलएनजेपी अस्पताल के गेट नंबर चार के बाहर दो व्यक्ति एक हाथ ठेले पर शव लेकर इंडिया गेट की ओर जाते नजर आए |
बताया जाता है कि मौके पर मौजूद सुनील कुमार एलेडिया नामक शख्स ने जब इन्हे देखा तो उन्होंने घटना का वीडियो बना लिया | एलेडिया ने बताया कि वे किसी बेघर व्यक्ति के बीमार होने पर उसे उपचार के लिए भर्ती कराने अस्पताल गए थे | इस वीडियो के वायरल होने के बाद एलएनजेपी अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठ रहा हैं | हालांकि मृतक या उसका शव ठेले पर ले जाते नजर आए लोगों के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है | लेकिन उन वीडियो और तस्वीरों से साफ है कि अब कई अस्पतालों में सरकारी सुविधाएं और व्यवस्थाएं लड़खड़ाने लगी है|