रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा किसी परिचय की मोहताज नही है। मीडिया में पार्टी का पक्ष रखते अक्सर आपने उन्हें देखा और सुना होगा। हाल ही के छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव में उन्होंने मीडिया की बागडोर बखूबी संभाली थी। अब लोकसभा चुनाव में भी राधिका खेड़ा सुर्खियों में है। उन्हें पार्टी ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव में अपना हुनर दिखाने के लिए रायपुर भेजा है। यहां वे बीजेपी से लोहा ले रही थी। लेकिन अचानक उनके साथ ऐसा हुआ कि वे कांग्रेस से ही इस्तीफा देने के लिए आमादा हैं। मंगलवार देर शाम वो पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में फूट-फूट कर रो रही थीं , उनके मुंह से इस्तीफा देने का रूदन भी साफ साफ सुनाई दे रहा था। एक कमरे में अकेली रोती बिलखती राधिका खेड़ा को देखने के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई। कोई उनके करीब जाने की हिम्मत तक नही जुटा पा रहा था।
बड़ी मुश्किल से कुछ लोगों ने उनकी मदद की। मौके का नजारा देख कर हर कोई जानना चाह रहा था कि आखिर यहां हुआ क्या है ? मामला पता पड़ते ही लोगों के होश उड़ गए। बताया जाता है कि मंगलवार शाम कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता लेने के लिए राधिका खेड़ा पहुंची थी। इस दौरान भू-पे बघेल समर्थकों ने उनके साथ जमकर बदसलूकी की।प्रत्यक्षदर्शी सूत्रों के मुताबिक पहले तो राधिका के साथ झूमा-झटकी का प्रयास विफल हुआ , इस बीच एकाएक कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया। उन्हें मां बहन की भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं , अपशब्द इस्तमाल किए गए।अंदेशा जाहिर किया जा रहा था कि राधिका पर कभी भी हमला हो सकता है। हालाकि गहमा-गहमी और तनाव के बीच वरिष्ठ जनों ने दोनों पक्षों को समझा बुझा कर मामला शांत किया।
राजीव भवन के ऊपरी मंजिल स्थित एक कमरे से राधिका खेड़ा की चीख पुकार सुनकर घंटों गहमा-गहमी रही। रोती बिलखती राधिका चीख-चीख कर अपनी आप बीती सुना रही थी। उन्होंने कहा कि उनका ऐसा अपमान जीवन में कभी नही हुआ है , जैसा की यहां राजीव भवन में किया गया। मुझे मां बहन की भद्दी गालियां दी गई , महिला होने के बावजूद किसी ने उनकी एक ना सुनी , उन्हें परेशान किया जा रहा है। वे राष्ट्रीय नेताओं को इसकी शिकायत करेंगी, वापस दिल्ली पहुंच कर इस्तीफा भी देंगी। उन्होंने भू-पे गिरोह के एक स्थानीय मीडिया प्रभारी पर कई गंभीर आरोप लगाए। सूत्रों के मुताबिक मामला पार्टी के विज्ञापन और प्रचार-प्रसार की मद से जुड़ा बताया जाता है। चुनाव के मौके पर कई मीडिया कर्मियों को उपकृत किया जा रहा है, लिफाफे सौंपे जा रहे हैं। बताते हैं कि कई कार्यकर्ताओ को राधिका की सक्रियता बुरी तरह से खल रही है।
कहा जा रहा है कि राजीव भवन में घटना के दौरान पीड़िता अलग थलग पड़ गईं थी , उस वक्त उनके साथ कोई भी मददगार महिला कार्यकर्त्ता नही थी , वे अकेले ही हमलावरों का सामना कर रहीं थीं। कार्यकर्त्ता उनपर हमले की तैयारी में थे, उनकी चीख पुकार सुनकर कई लोग घटनास्थल की ओर भागे।उधर मामले के खुलासे के बाद काफी देर तक पार्टी मुख्यालय में हंगामा होता रहा। आरोप प्रत्यारोप के बीच कुछ वरिष्ठों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया। इधर बीजेपी ने कांग्रेस मुख्यालय में हुई इस घटना की तीखी निंदा की है। वरिष्ठ बीजेपी नेता केदारनाथ गुप्ता और गौरीशंकर श्रीवास ने राधिका को ढांढस दिलाया है। नेताद्वय ने कहा कि राजनैतिक मतभेदों को दरकिनार कर हमें पीड़िता की सहायता के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कौशल्या माता की नगरी में किसी भी महिला के अपमान से कांग्रेसियों को बाज आना चाहिए। यह चुनाव का मौका है कम से कम अब तो महिलाओं का सम्मान करना कांग्रेसियों को सीखना चाहिए। केदारनाथ गुप्ता ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री मोदी महिलाओं को अपना परिवार मानकर उन्हें अधिकार संपन्न और मजबूत बनाने में जुटे हैं , महिलाओं का सम्मान बढ़ाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी महिलाओं को प्रताड़ित करने में जुटे हैं , घरों से लेकर पार्टी मुख्यालय राजीव भवन तक महिलाएं पीड़ित हैं, इस घटना से पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे और उनके समर्थकों का असली चेहरा सामने आया है। गुप्ता ने राजनैतिक मतभेद भूलाकर पीड़िता राधिका खेड़ा को न्याय दिलाने की अपील की है।
इधर बीजेपी के युवा नेता गौरीशंकर श्रीवास भी पीड़ित राधिका खेड़ा की सहायता के लिए आगे आए हैं। उन्होंने पीड़िता के लिए मुफ्त कानूनी सलाह मुहैय्या कराने की पेशकश की है। गौरीशंकर ने कहा कि राज्य की विष्णुदेव साय सरकार महतारी वंदन योजना के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी है , वहीं कौशल्या मां के आंगन में ही कांग्रेसी अपनी महिला नेत्रियों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं, उन्हें अपमानित कर रहे हैं। बताते हैं कि पीड़िता को कानूनी संरक्षण प्रदान करने के लिए जब कांग्रेसी ही सामने नही आए , तब गौरीशंकर ने राधिका का हाल चाल जानने के लिए जमकर हाथ पैर मारा, कड़ी मशक्कत भी की। लेकिन पीड़िता से उनकी मुलाकात नही हो पाई। इस मामले को लेकर न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ ने पीड़िता और कांग्रेस के प्रभारी नेताओं से प्रतिक्रिया लेनी चाही, लेकिन उनकी ओर से भी कोई प्रतिउत्तर नही प्राप्त हुआ। फिलहाल घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।