रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी और स्वर्गीय अजित जोगी की जनता कांग्रेस एक बार फिर आमने – सामने है। मामला जोगी की पार्टी का कांग्रेस में विलय से पूर्व ऋचा जोगी के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाणपत्र से जुड़ा है। ऋचा जोगी के खिलाफ मुंगेली थाने में FIR दर्ज की गई है। इससे भड़की JCC नेता ऋचा जोगी ने भूपेश बघेल सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बघेल सरकार पर जोगेरिया से ग्रसित होने का आरोप लगाया है।
ऋचा ने कहा कि चुनावी समर आते ही कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस के नेताओं को जोगेरिया हो जाता है। उन्होंने कांग्रेस के साथ पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर भी निशाना साधा है। ऋचा ने कहा कि डॉ साहब को भी जोगेरिया हुआ था इसका नतीजा है कि वो आज घर में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि जोगी जन अधिकार पदयात्रा के शुरू होने के बिल्कुल ठीक पहले उनके खिलाफ एफआईआर करना ये प्रमाणित करता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फिर एक बार जोगेरिया से ग्रसित हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं जोगी जन अधिकार पदयात्रा की अकलतरा विधानसभा की पर्यवेक्षक हूं. पदयात्रा की जोरशोर से हो रही तैयारी और मिल रहे जनसमर्थन से घबरा कर, मेरे खिलाफ एफआईआर की गई. आगे उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं मां हूं, मेरी हिम्मत का आप मुकाबला नहीं कर सकते, याद रखना. जोगी जन अधिकार पदयात्रा आपकी जड़ों को हिला देगी।
उधर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने ऋचा जोगी के बयान पर पलटवार करते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के समय से ही जोगेरिया एक बड़ी बीमारी रही है जिससे प्रदेश और कांग्रेस का बहुत नुक़सान हुआ है। वर्तमान में भूपेश बघेल ही इस बीमारी के सबसे बड़े डाक्टर हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी को 75 प्रतिशत तक ठीक कर दिया है और बची हुई 25 प्रतिशत बीमारी प्रदेश की जनता 2023 के चुनावों में ठीक कर देगी।
उन्होंने कहा कि पहले ज़िला स्तरीय प्रमाण पत्र सत्यापन समिति मुंगेली और अब राज्य स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने ऋचा जोगी के आदिवासी प्रमाण पत्र को अवैध पाया है। दोनों ही समितियों की रिपोर्ट में ऋचा जोगी के द्वारा क़ारित आपराधिक कृत्य के खिलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही करने की अनुसंशा की गई है। दोनों ही समितियों ने ऋचा जोगी को अपना पक्ष रखने का पर्याप्त अवसर दिया था। लेकिन अपने तमाम असफ़ल प्रयासों के बाद भी ऋचा जोगी अपने आप को असली आदिवासी साबित नहीं कर सकी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि पहले स्व. अजीत जोगी फिर उनके पुत्र अमित जोगी और अब ऋचा जोगी नक़ली आदिवासी बनकर असली आदिवासियों का हक़ छीनते रहें हैं लेकिन अब राज्य में भूपेश बघेल की सरकार है जहाँ न्याय सभी के लिए उपलब्ध है।
ये भी पढ़े :- केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ की सौम्या चौरसिया को IAS अवार्ड देने से किया इंकार