रायपुर /दिल्ली : खबर आ रही है कि छत्तीसगढ़ की सुपर CM सौम्या चौरसिया के बेंगलुरु में निवासरत भाई अमित चौरसिया से दिल्ली की ED की एक टीम ने पूछताछ शुरू कर दी है। जबकि रायपुर की एक अन्य टीम ने नवनीत चौरसिया से भी लम्बी पूछताछ की है। दोनों भाइयो से मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला और नामी -बेनामी सम्पतियों को लेकर दर्जनों सवाल पूछे जाने की खबर है। सूत्रों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि ED की टीम ने छत्तीसगढ़ से इकठ्ठा होने वाली ब्लैकमनी को ठिकाने लगाने के कई स्रोतों को अपने संज्ञान में लिया है। कोल माफिया सूर्यकान्त तिवारी और सुनील अग्रवाल से प्राप्त कई तथ्यों की सौम्या के भाइयो से तस्दीक कराइ गई है। सूत्रों के मुताबिक इन मामलो में यूपी के हिस्ट्रीशीटर JK चौरसिया पर भी एजेंसियों ने अपना शिकंजा कसा है।
सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा और रायगढ़ से अलग -अलग माध्यमो और हवाला कारोबारियों के जरिये मोटी रकम बिहार के भागलपुर भी भेजी गई थी। इसके अलावा मिडिल ईस्ट और कुछ महानगरों में भी मोटी रकम खपाई गई है। जानकारी के मुताबिक भागलपुर कनेक्शन सामने आने के बाद ED को मनी लॉन्ड्रिंग के कई पुख्ता सबूत हासिल हुए है। यह भी बताया जा रहा है कि रायपुर और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से इकठ्ठा होने वाली रकम को इधर से उधर करने में JK चौरसिया पर भी शिकंजा कसा गया है। बताते है कि JK चौरसिया यूपी के हिस्ट्रीशीटरो में गिना जाता है।
सूत्र बताते है कि भिलाई के सूर्या विहार इलाके में सक्रिय रहे एक ”थ्री स्टार” वर्दीधारी की तलाश ED के साथ -साथ NIA को भी है। बताते है कि एक खास वाहन में हथियारबंद एक जवान के साथ यह शख्स खास गंतव्य पर पंहुचा था | इस वाहन में कई बैग और दस्तावेज अर्दली द्वारा रखे गए थे। सूत्र बताते है कि कई CCTV फुटेज खंगालने के बाद एजेंसियों को इस वर्दीधारी शख्स के बारे में कई पुख्ता सुराग हाथ लगे है।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ पुलिस के एक एडिशनल SP स्तर के अफसर से भी ED की टीम ने रायपुर में पूछताछ की है। सूत्र बताते है कि यह अफसर वर्दी पहनकर ED दफ्तर में दाखिल हुआ था। लेकिन ED ने वर्दी का सम्मान करते हुए इस अफसर को वापस लौटाया और सिविल ड्रेस में पूछताछ में उपस्थित होने का अनुरोध किया था। खबर है कि अवैध फ़ोन टेपिंग और वर्दी की आढ़ में कई लोगो को प्रताड़ित करने के मामले को लेकर इस अफसर पर कई गंभीर आरोप है। सुपर CM के विश्वासपात्र होने के चलते उसके खिलाफ कोई वैधानिक कार्यवाई अभी तक नहीं हो पाई है।
सूत्र बताते है कि राज्य में अखिल भारतीय सेवाओं के कई अफसर ”महादेव एप” के कारोबार में भी संदेही है। कोल माफिया सूर्यकांत तिवारी और IAS अधिकारी समीर विश्नोई द्वारा वसूले जा रहे गब्बर सिंह टैक्स की पड़ताल में तेजी की खबरे सामने आ रही है। सूत्र बताते है कि माइनिंग विभाग के कई संदेही अधिकारी सरकारी गवाह बनने के लिए ED के चक्कर काट रहे है। बताते है कि ED की टीम छोटी मछलियों के बजाय मगरमच्छों को अपने कब्जे में लेने के लिए पूरी तरह से तत्पर है। जल्द ही मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कारोबारियों का भी पर्दाफ़ांस होने के आसार है। खबरों के मुताबिक ”महादेव एप” और सरकारी मशीनरी जाम कर ब्लैकमनी जुटाने के मामलो की जाँच ED ने NIA के साथ साझा की है। लिहाजा NIA की एंट्री से इंकार नहीं किया जा सकता।