छत्तीसगढ़ वेब डेस्क / देश में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है | इसके लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराए जाने की कवायत भी शुरू हो गई है | भारत में अब तक कोरोना के 5734 सामने आ चुके हैं | इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र पर कोरोना को रोकने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है | उन्होंने कहा कि हम राहुल गांधी की सलाह पर मार्च के पहले हफ्ते में ही सतर्क हो गए थे | यही वजह है कि हम छत्तीसगढ़ में महामारी को रोकने में सफल रहे |
सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को कहा, ‘कोरोना को भारत में घुसने से रोकने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की थी | अगर सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों को क्वारनटीन में रखा जाता, तो कोरोना को रोका जा सकता था | मैंने इस पर मार्च के पहले सप्ताह में राहुल गांधी की सलाह पर काम किया | हम महामारी को रोकने में सफल रहे |’
कोरोना जांच पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार प्राइवेट लैब में भी टेस्ट फ्री में होना चाहिए और इसका खर्चा केंद्र को उठाना चाहिए | उन्होंने बताया कि राज्य में 76 हजार लोग होम क्वारनटीन हैं | राज्य की सीमाएं सील हैं और गांव स्तर पर सीलिंग की कार्रवाई की गई है |
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मजदूरों के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि गांवों में लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को गांव की सीमा से बाहर रखा गया है | उनके लिए व्यवस्था की गई | उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार को जनधन के खातों में 500 की बजाए 750 रुपये भेजने चाहिए और सभी तीनों किस्तों को एक साथ भेजना चाहिए | भुगतान परिवार के सदस्यों के आधार पर होना चाहिए |
लॉकडाउन को बढ़ाने के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि 11 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग है | हम इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि केंद्र हमें लॉकडाउन को लेकर जानकारी साझा करें | क्या हमें लॉकडाउन आगे बढ़ाना है या नहीं? यह पहला मौका है जब किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोला है |