इस वर्ष 02 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ होने जा रहा है, जिसका 11 अप्रैल को पारण के साथ समापन होगा. इस बार नवरात्रि पूरे 09 दिनों की है. 09 दिन की नवरात्रि को बड़ा ही शुभ माना जाता है. इस साल चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन घोड़े की सवारी पर हो रहा है.
जबकि प्रस्थान भैंसे की सवारी पर होना है. ये दोनों ही सवारियां लोगों को सतर्क एवं जागरुक रहने का संदेश देती हैं. घोड़ा युद्ध का प्रतीक है, ऐसे में सत्ता पक्ष को विरोध का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, भैंसे की सवारी का अर्थ है रोग, कष्ट का बढ़ना. ऐसे में लोगों को अपनी सेहत के प्रति जागरुक रहने की आवश्यकता है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवरात्रि का प्रारंभ माना जाता है. आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि के घटस्थापना या कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त घटस्थापना मुहूर्त एवं 09 देवियों के पूजन के दिनों नव दुर्गा पूजा दिन के बारे में. जानें किस दिन किस देवी की पूजा होगी?
घटस्थापना या कलश स्थापना मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का प्रारंभ 01 अप्रैल को 11:53 एएम से होने वाला है, प्रतिपदा तिथि 02 अप्रैल को 11:58 एएम तक मान्य है. ऐसे में चैत्र नवरात्रि का कलश स्थापना या घटस्थापना 02 अप्रैल को होगा, इसके साथ ही नवरात्रि का प्रारंभ होगा. पहले दिन मां दुर्गा की प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की पूजा होगी.
02 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि का घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06:10 बजे से लेकर प्रात: 08:31 बजे के मध्य तक है. यदि किसी कारणवश देरी होती है, तो आप दोपहर में 12 बजे से 12:50 बजे के मध्य कलश स्थापना कर सकते हैं.
चैत्र नवरात्रि 2022 किस दिन किस देवी की पूजा
चैत्र नवरात्रि पहला दिन: मां शैलपुत्री पूजा, 02 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि दूसरा दिन: मां ब्रह्मचारिणी पूजा, 03 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि तीसरा दिन: मां चंद्रघंटा पूजा, 04 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि चौथा दिन: मां कुष्मांडा पूजा, 05 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि पांचवा दिन: देवी स्कंदमाता पूजा, 06 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि छठां दिन: मां कात्यायनी पूजा, 07 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि सातवां दिन: मां कालरात्रि पूजा, 08 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि आठवां दिन: मां महागौरी पूजा, दुर्गाष्टमी, 09 अप्रैल चैत्र नवरात्रि नौवां दिन: मां सिद्धिदात्री पूजा, 10 अप्रैल
चैत्र नवरात्रि पारण एवं हवन