अंबिकापुर : अंबिकापुर से सटे मनेंद्रगढ़ चिरमिरी से एक दिलचस्प खबर सामने आ रही है। यहाँ कलेक्टर के जनदर्शन कार्यक्रम में एक स्थानीय व्यक्ति हाथों में बियर की बोतल, चखना और गिलास लेकर पहुंच गया। पहले तो अधिकरियो ने उसे बेवड़ा समझा लेकिन जब हकीकत सामने आई तो अफसर बगले झाकते रहे। इस शख्स के हाथों में रखी बियर की बोतल, चखने में आलू भुजिया और डिस्पोजल गिलास देखकर लोगो को किसी ”रेडी टू ड्रिंक” कार्यक्रम की लॉन्चिंग का अंदेशा हुआ। लेकिन जब अफसरों ने उस पीड़ित शख्स की फरियाद सुनी तो उनके होश फाख्ता हो गए।
दरअसल यह शख्स कोई आम नागरिक नहीं बल्कि इलाके का जाना – पहचाना RTI कार्यकर्ता था। वो इलाके के विधायक के भाई पर सरेआम अवैध बार चलाने का आरोप लगा रहा था। उसके हाथो में RTI से प्राप्त वो दस्तावेज भी थे जिसमे विधायक के भाई को शराब लाइसेंस जारी न होने की जानकारी दर्ज थी। इस घटना के सामने आने के बाद कलेक्ट्रेट में हंगामा शुरू हो गया। विधायक के भाई के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन मुँह मोड़ते नजर आया।
दरअसल छत्तीसगढ़ में सरकार के शराबबंदी के वादे से यूटर्न लेने के चलते प्रदेश भर में अवैध शराब और बगैर लाइसेंस शराब बिक्री के कई अड्डे संचालित हो रहे है। क्लबों में भी बगैर किसी लाइसेंस के शराब परोसी जा रही है।
बताते है कि मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक डॉ. विनय जायसवाल के भाई शशिधर जायसवाल, ग्रीन पार्क क्लब के नाम से कारोबार करते है। उनके पास क्लब का लाइसेंस तो है, लेकिन इस क्लब में बार संचालित करने के लिए शासन ने कोई लाइसेंस जारी नहीं किया है। बावजूद इसके क्लब में चौबीसों घंटे खुलेआम शराब परोसी जा रही है। स्थानीय लोगो की शिकायतों के बावजूद न तो पुलिस क्लब में झांकती है, और ना ही आबकारी विभाग। यही शिकायत लेकर RTI कार्यकर्ता रमाशंकर गुप्ता अपना विरोध जताने के लिए कार्यक्रम में पहुंचे थे।
कलेक्टर के जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंच कर रमाशंकर गुप्ता ने प्रशासन से ही क्लब को जारी शराब लाइसेंस की जानकारी मांगी अन्यथा उस पर कार्रवाई की मांग की। उधर विधायक का नाम सामने आते ही अफसर रामशंकर गुप्ता की शिकायतों को अनसुना करने लगे। उधर RTI कार्यकर्ता भी अपनी मांग पर डटा रहा। उसने अधिकारियो को चेतावनी दी कि सरकारी सरंक्षण में चल रहे अवैध कारोबार पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे सार्वजानिक सड़क पर बैठकर बियर पिऊंगा | इससे हड़बड़ाए अफसरों ने फ़ौरन मामले की जानकारी कलेक्टर साहब को दी।
रमाशंकर गुप्ता ने अवैध बार संचालन को लेकर प्रभारी अपर कलेक्टर नयनतारा सिंह तोमर से जवाब मांगा। उनका सवाल सुनते ही अपर कलेक्टर बगैर जवाब दिए हुए जनदर्शन छोड़ बाहर निकल गईं। उधर आरटीआई कार्यकर्ता रमाशंकर गुप्ता ने जनदर्शन में दोहराते रहे कि अगर कार्यवाही नहीं हुई या अधिकारियों ने बात नहीं सुनी तो मैं सड़क पर ही बैठकर बियर पिऊंगा | उनका यह विरोध प्रदर्शन चर्चा में है। स्थानीय लोग उनके साहसिक कदम की प्रशंसा कर रहे है।