रायपुर : छत्तीसगढ़ में सरकारी सरंक्षण में पनपे भ्रष्टाचार के वृक्ष की जड़े राज्योत्सव के मौके पर कटती नजर आ रही है। माना जा रहा है कि ED इस मौके पर प्रदेश की पीड़ित जनता को यादगार तोहफा भेट करने की तैयारी में जुटी है। उसके पास मौजूद कई डिजिटल और दस्तावेजी प्रमाणों की तस्दीक की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है। सूत्रों का दावा है कि जल्द ही उसके हाथ उन सफ़ेदपोश लुटेरों के गिरेबान तक पहुंच जायेंगे जो प्रदेश की खनिज सम्पदा और सरकारी मशीनरी को जाम कर प्रतिमाह 800 करोड़ से ज्यादा की ब्लैकमनी का उत्पादन कर रहे थे। इतनी मोटी रकम इकठ्ठा कर हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गैरकानूनी कारोबार के जरिये सुनियोजित रूप से देश -विदेश में निवेश की जा रही थी। इस कारोबार का सरगना कोयला दलाल सूर्यकान्त तिवारी ED की हिरासत में कई ऐसे रहस्यों पर से पर्दा हटा रहा है जो भ्रष्टाचारियों के कुनबे की शोभा बढ़ा रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक बीती रात सूर्यकान्त तिवारी ने ED की हिरासत में काफी राहत भरी और सुरक्षित गुजारी है। उसके मेडिकल टेस्ट और तमाम क़ानूनी प्रक्रियाओं को पूरी करने के बाद ED ने सूर्यकांत को उसके हाल पर छोड़ दिया था। सूत्र बताते है कि बीती रात ”पेट पूजा ” होने के बाद सूर्यकान्त खर्राटे मारकर सोया था । लेकिन सुबह मुर्गे की बांग देने से पहले ही सोकर उठ गया। फिर दहाड़ मारकर रोने लगा।
दरअसल ED ने सूर्यकान्त को जिस कमरे में रखा है, उसकी खिड़कियों से अल सुबह मुर्गे की बांग सुनाई देती है। दरअसल इस परिसर से सटे गांव से दर्जनों मुर्गे सुबह से चिल्लाने लगते है। उन्ही के साथ नई सिसकियाँ सुनकर अफसरों को हैरानी हुई। उन्हें पहले लगा कि उनके कमरे में कोई नया मुर्गा आ गया है। लेकिन इधर -उधर ताकने झाँकने पर पता पड़ा कि सूर्य पर ग्रहण का असर हुआ है। वो खुद बा खुद कई ”कबूलनामा” कर रहा है। खैर, ED की हिरासत में आज सुबह से भी उसकी अच्छी खासी ”खातिरदारी ” की खबर है।
बताया जाता है कि सुबह उसे पहले चाय -बिस्किट और फिर स्वल्पाहार दिया गया। फिर भोजन -पानी पेट में जाते ही सूर्यकांत ने तोते की तरह बोलना शुरू कर दिया। उसने बगैर दस्तावेज देखे ही कई कबूलनामे किये। हालांकि दोपहर में उसने सादा भोजन खाने के बाद करीब आधा घंटा रेस्ट भी लिया। इसके बाद तय समय पर फिर ” ऑटो स्टार्ट ” लिया। अफसर उसकी स्वीकारोक्ति सुनकर हैरत में बताये जाते है।
दरअसल उसने बगैर सवाल पूछे ही अब तक कई प्रश्नों के जवाब दे दिए है। हालांकि जाँच अधिकारी उसके प्रत्येक जवाबो की लगे हाथ तस्दीक भी कर रहे है। सूत्रों के मुताबिक सूर्यकान्त ने अपने कारोबार के आलावा पारिवारिक ब्रेग्रॉउंड अफसरों के साथ साझा किया है। उसने अपने राजनैतिक रसूक और कारोबारियों से संबंधो का खुलासा किया है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में विभिन्न सरकारी योजनाओं की हकीकत से भी ED को अवगत कराया है। उसने कई अफसरों की असलियत और कारोबार के बारे में कई इनपुट साझा किये है।
सूत्रों के मुताबिक इसके पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की करीबी उपसचिव सौंम्या चौरसिया और IAS रानू साहू और उनके पति JP मौर्य ने जहां पूछताछ के दौरान कई सवालो पर चुप्पी साधे रही। वही सूर्यकान्त तिवारी ED के सामने बोलता ही जा रहा है ,वो रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। बताया जाता है कि अब तक की पूछताछ में उसने राज्य में चल रहे बड़े रैकेट के कारनामो से ED को अवगत कराया है। उससे अभी भी पूछताछ जारी है।
सूत्र बताते है कि ED के पूछने से पहले ही सूर्यकान्त कई ऐसे सवालो का भी जवाब दे रहा है, जो उसकी लिस्ट में अब तक शामिल नहीं थे। उसने कोयला तस्करी और एक्सटार्शन मनी की वो लम्बी दास्तान सुनाई है ,जो एक नेता जी के कुनबे और उनके सिपह सालारो की असलियत जाहिर करती है।
सूत्रों का दावा है कि सूर्यकान्त तिवारी ED के साथ हर संभव सहयोग कर रहा है। वो कई और वादों के साथ सरकारी गवाह बनने की गुहार भी लगा रहा है। उसने कई ऐसे गुनाह कबूल किये है जो भविष्य में सरकार के गले की फांस साबित हो सकते है।
सूत्रों ने बताया कि सूर्यकान्त से प्रारम्भिक पूछताछ में जिन तथ्यों की पुष्टि हुई है , उनसे सम्बंधित संदेहियों को हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किये गए है। बताया जाता है कि 1 नवम्बर को कई बड़े अफसरों को ED के दरवाजे पर बुलाया गया है। इस दिन कुछ बड़ी कार्यवाही की संभावना भी जताई जा रही है।