जयपुर वेब डेस्क / राजस्थान में फेसबुक के इस्तेमाल को लेकर पत्नियां बेहद सहम गई है | अब वो घर में पति की मौजूदगी के चलते सावधान होकर सोशल मीडिया का उपयोग कर रही है | दरअसल जयपुर की एक घटना ने महिलाओं को सोचने पर विवश कर दिया | यहाँ फेसबुक के इस्तेमाल को लेकर पति – पत्नी के बीच तकरार इतनी बढ़ी की पति ने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया | बताया जाता है कि पीड़ित महिला को सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियों शेयर करने के साथ ही फ़ॉलोअर्स की बढ़ती संख्या को देखकर पति के दिमाग में गलत विचार आने लगे | उसे लगने लगा कि घर के कामकाज से ज्यादा पत्नी का ध्यान फेसबुक पर है | उसे यह अनुभव होने लगा की फेसबुक की लत ने घर का माहौल खरब कर दिया है | आखिरकार उसने अपनी पत्नी की जान लेने की ठान ली |
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक अरोपी की पत्नी की फेसबुक पर 6000 से ज्यादा फ़ॉलोअर्स हो गए थे और वो मोबाइल पर व्यस्त रहने लगी थी | पत्नी की इस आदत से परेशान पति ने साजिश कर उसकी हत्या ही कर दी | घटना जयपुर के आमेर थाना इलाके की है, जहाँ खून से सना एक महिला का शव मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी की खोजबीन की | चंद घंटे बाद महिला की शिनाख्ती होने पर पुलिस ने हत्या के आरोप में उसके पति अयाज अहमद को गिरफ्तार किया |
मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया की दिल्ली हाई – वे स्थित माता के सड़क किनारे महिला का खून से सना शव मिला था | पास में ही महिला की स्कूटी और हेलमेट भी मिला था जिससे उसकी पहचान हुई पहचान छिपाने के लिए आरोपी ने उसका सिर कुचल दिया था | पुलिस के मुताबिक इस महिला की हत्या के बाद अयाज ने उसकी पहचान छुपाने के इरादे से पानी पत्नी क़ा सिर पत्थर से कुचल दिया था | लेकिन स्थानीय लोगों ने गाड़ी की पहचान के आधार पर शव की शिनाख्ती जयसिंहपूरा खोर निवासी नैना उर्फ़ रेशमा मंगलानी के तौर पर की |
बताया जाता है कि दो साल पहले दोनों ने गाजियाबाद में जाकर आर्य समाज में शादी की थी | बाद में फैयाज के कहकने पर रेशमा ने निकाह भी किया | दोनों का 3 महीने का बेटा भी है | पुलिस ने दोनों के परिजनों के पूछताछ की | इसके उपरांत रेशमा के पति पर ही संदेह जाहिर किया गया | पुलिस हिरासत में आरोपी पति से पूछताछ जारी है | उसने अपने बयान में कहा है कि फेसबुक के बेजा इस्तेमाल से उसकी पत्नी ने उसे पागल बना दिया था | कई बार मना करने के बावजूद उसकी आदत छूटे नहीं छूट रही थी |