छत्तीसगढ़ में आसमानी बिजली का खौफ, मानसून के दस्तक देते ही बिजली गिरने से अलग- अलग इलाको में आधा दर्जन मौत, जशपुर में तीन पीड़ितों को इलाज के लिए गाय के गोबर में दफनाया, दो की मौत

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जशपुर / छत्तीसगढ़ में मानसून के दस्तक देते ही आसमानी बिजली गिरने के मामलो में भी तेजी देखी जा रही है | राज्य के अलग -अलग इलाको में आसमानी बिजली की चपेट में आये नौ में से छह की मौत हो चुकी है | ज्यादातर घटनाये सरगुजा डिवीजन में दर्ज की गई है |

ताजा मामला आदिवासी बहुल जशपुर जिले का है | यहां बिजली गिरने से घायल एक महिला सहित तीन लोगों को कथित तौर पर कुछ ग्रामीणों ने इलाज के लिए गाय के गोबर में दफना दिया था । हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल में दाखिल करवाया | एक सरकारी अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है । उन्होंने बताया कि घायलों को बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इनमें से दो को मृत घोषित कर दिया गया है ।

जशपुर के उप-विभागीय अधिकारी राजेंद्र परिहार ने बताया कि यह घटना रविवार शाम को उस वक्त हुई जब तीनों पीड़ित जिले के बागबहार गांव में धान के खेतों में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि खेत पर काम करने के दौरान ही बारिश और आंधी शुरू हो गई | इस दौरान इन्होने खेत में एक पेड़ के नीचे शरण ली। तभी अचानक उन पर आकाशीय बिजली गिर गई और वे बुरी तरह घायल हो गए थे । 

इस अधिकारी ने यह भी बताया कि अस्पताल ले जाने के बजाय उनके परिवार के सदस्यों और कुछ ग्रामीणों ने अंधविश्वास के चलते उन्हें गाय के गोबर में पैर से गर्दन तक दबा दिया था । उनके मुताबिक इलाके में ग्रामीणों की यह पुरानी परंपरा है | ग्रामीणों का मानना है कि गोबर में जलने की चोटों को ठीक करने की शक्ति होती है। इसलिए उन्हें गोबर में दफनाया गया था | 

उन्होंने बताया कि बाद में, जब कुछ अन्य ग्रामीणों ने हस्तक्षेप किया, तो तीनों पीड़ितों को एक स्थानीय अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। जहां उनमें से दो-सुनील साई (22) और चंपा राउत (20) को मृत घोषित कर दिया गया। फ़िलहाल एक शख्स का इलाज जारी है |