दिल्लीः दिल्ली में सोनिया गांधी के साथ डेढ़ घंटे चली बैठक के बाद अशोक गहलोत वापस जयपुर के लिए निकल पड़े है | 10 जनपथ से रवाना होने से पूर्व गहलोत ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ूंगा |उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि मैंने उनके साथ बैठक में पूरी बात रखी.गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों की घटना ने हम सब को हिलाकर रख दिया. पूरे देश में मैसेज गया कि मैं मुख्यमंत्री बना रहना चाहता हूं, मैंने सोनिया गांधी से माफी मांगी है |
मैंने पिछले 50 साल तक कांग्रेस के लिए वफादारी के साथ काम किया, मैं सोनियां गाधी के आशीर्वाद से तीसरी बार सीएम बना | इससे साफ़ हो गया कि पार्टी में उनकी जगह अब नया चेहरा होगा | संभव है ,दिग्विजय सिंह पार्टी की कमान संभाल सकते है |
जानकारों के मुताबिक सोनिया से मुलाकात के बाद गहलोत के चेहरे पर उड़ती हवाइया बता रही थी कि मुख्यमंत्री पद से भी उनकी विदाई तय कर दी गई है | मीडिया से बात करते हुए गहलोत काफी विचलित नजर आये |
अब माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह और शशि थरूर में अध्यक्ष पद को लेकर मुकाबला होगा | साफ़ है कि अशोक गहलोत ने ऐसे समय में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया है जब पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह इस चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तैयारी में हैं | वही लोकसभा सदस्य शशि थरूर 30 सितंबर को नामांकन दाखिल करेंगे.
उधर राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच नए मुख्यमंत्री को लेकर रस्साकसी जारी है | पार्टी पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन की ‘घोर अनुशासनहीनता’ के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी तीन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई वाली रिपोर्ट असर दिखा रही है | पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से उन्हें कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिया गया है | सूत्र बताते है कि अब मामले को ठंडा कर पार्टी ने गहलोत की विदाई प्रक्रिया शुरू कर दी है |