रायपुर : आम जनता से मिलने वाले टैक्स को सरकार कल्याणकारी योजनाओ में खर्च करती है | लेकिन रायपुर में झारखण्ड के विधायकों की अय्याशी के लिए सरकारी संसाधनों का उपयोग हो रहा है | यह हम नहीं कह रहे है बल्कि इसकी तस्दीक कर रही है,CG GOVT स्टीकर लगी यह सफ़ेद रंग की गाड़ी | यह गाड़ी सरकारी बताई जा रही है ,इसे पत्रकारों रिसोर्ट के करीब ही रंगे हाथो पकड़ा | इस गाडी पर नज़र गड़ाएं तो आप आसानी से देख सकते है,विदेशी शराब का जखीरा | यह शराब किसके निर्देश पर उस रिसोर्ट में भेजी जा रही थी ? जहाँ झारखण्ड के विधायक डेरा डाले हुए है, यह जाँच का विषय है | बताया जाता है कि कुछ पत्रकारों ने एक सूचना के बाद जब इस गाड़ी का रुख किया,तो उसमे सवार लोगों ने गाड़ी की वीडियोग्राफी करने से पहले तो मना किया फिर सरकारी धौंस दिखाने लगे| तारीफ़ करनी होगी इन पत्रकारों की,जिन्होंने बगैर दबाव में आए इस कुकृत्य का खुलासा किया | यह वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है |हालाँकि न्यूज़ टुडे इस वीडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं करता | यह भी बताया जा रहा है कि कई कॉलगर्ल और अज्ञात लड़कियां एयरपोर्ट से लेकर उस रिसोर्ट के आस -पास चहल कदमी करते नज़र आई | कयास लगाया जा रहा था कि रिसोर्ट में सुरक्षित एंट्री के लिए ये लड़कियां मौके की तलाश में है | पत्रकारों की मौजूदगी और शराब की गाड़ी की वीडियोग्राफ़ी की खबर लगने के बाद इन लड़कियों ने फ़ौरन मौके से नदारद होंना ही मुनासिब समझा | उधर बीजेपी ने इस मामले में बघेल सरकार पर तंज़ कसते हुए इसे “कांग्रेस का छत्तीसगढ़ मॉडल” करार दिया है |हालांकि इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने न्यूज़ टुडे से बातचीत की लेकिन इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार किया। गौरतलब है कि झारखण्ड में कुर्सी बचाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने विधायकों के साथ रांची से रायपुर में डेरा डाला है | यहाँ सरकारी संसाधनों के बैनर तले विधायकों की मेहमान नवाज़ी का देंखे वीडियो….