CRPF जवानों को साल में 100 दिन की छुट्टी के ऐलान से नक्सली मोर्चे पर तैनात जवानों में खुशी का माहौल , मरने-मारने की घटनाओं में कमी के आसार  

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वेब डेस्क नई दिल्ली / 

 नए साल के तोहफे के रूप में CRPF के जवानों को साल में 100 दिनों की छुट्टी की बड़ी सुविधा मिली है | इसे उनमे फ़ैल रहे अवसाद और तनाव से मुक्ति के आसार है | सालों से यह मांग CRPF के जवानों की ओर से उठाई जा रही थी | लेकिन अब जाकर इस पर अमल हुआ बल्कि जल्द ही छुट्टियों की शुरुआत होने जा रही है | छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ CRPF के लगभग 40 हजार जवान विभिन्न मोर्चो पर डटे हुए है | ज्यादातर जवानों को साल में बमुश्किल 15-20 दिनों की ही छुट्टी मिल पाती है , वह भी बड़ी मुश्किल से | छुट्टियां स्वीकृत कराने के लिए उन्हें कंपनी कमांडर से कई बार मिन्नते करनी होती है | जो विवाद का कारण भी बन जाता है | छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चो पर तैनात जवानों और उनके परिजनों ने अब जाकर राहत की सांस ली है | दरअसल छत्तीसगढ़ में CRPF के जवानो ने दो मोर्चों पर अपना खूब खून बहाया है | नक्सलियों से दो-दो हाथ करने के बाद जवानों ने अपने साथियों पर गोलियां बरसाकर ख़ुदकुशी का रास्ता अपनाया | राज्य में तैनात CRPF के सालाना एक दर्जन से ज्यादा जवान सिर्फ छुट्टियों की वजह से ना केवल मौत को गले लगाते है बल्कि छुट्टी स्वीकृत नहीं करने की वजह से अपने कमांडर तक को गोली मारे देते है | नक्सली मोर्चो पर अक्सर इस तरह की घटनाओं को CRPF के जवानों ने अंजाम दिया है | अधिकारियों के मुताबिक लंबे समय तक छुट्टियां ना मिलने से कई जवान अवसाद का शिकार हो जाते है | इसी के चलते वो मरने-मारने से नहीं हिचकिचाते | अब जवानों को साल में कम से कम 100 दिन की छुट्टियों की सुविधा मिलने से ऐसी घटनाओं में कमी आने के आसार है |     

 

गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में सीआरपीएफ (CRPF) के नए मुख्यालय की आधारशिला रखते वक्त इन जवानों को नए साल पर राहत का तोहफा दिया है |  इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सीआरपीएफ के जवानों का देश के लिए दिए गए योगदान को ध्यान में रखते हुए ऐसी योजना पर काम कर रही हैं जिसके तहत 1 जवान 1 साल में 100 दिन  परिवार के साथ बिता सके। इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अस्सी से नब्बे के दशक में देश के अंदर अनेक तरह की घटनाएं हुई। हमारे देश के लोगों को भ्रमित और गुमराह करके पड़ोसी देश ने हमारे देश में आतंकवाद फैलाया। सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बहादुर सशस्त्र बल है। इतिहास को सीआरपीएफ के बहादुरी के किस्से को हमेशा स्थान देना होगा। उन्होंने बताया कि देश सेवा के लिए CRPF के 2181 जवानों ने बलिदान दिया है। अमित शाह ने सीआरपीएफ मुख्यालय के शिलान्यास के दौरान अमित शाह ने CRPF के गौरशाली इतिहास को दोहराया | 

गृहमंत्री ने बताया कि  सीआरपीएफ के जवानों को होने वाली दिक्कतों से देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री वाकिफ हैं। हम चाहते हैं कि हर जवान साल में अपने परिवार के साथ 100 बिताए। अमित शाह ने कहा कि 100 छुट्टी को लेकर हमने इसके लिए कमेटी बना दी है। कुछ संस्थाओं को मैंने सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कहा है। अगले बजट में उसके लिए प्रावधान आएगा। जवान साल में 100 दिन अगर वह अपने परिवार के साथ रहता है तो वह अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर निर्वहन कर पाएगा। सिर्फ जवानों का हेल्थ चेकअप होता है लेकिन अब जवानों के मां-बाप बच्चे और पत्नी का भी हेल्थ चेकअप होगा।

इसके साथ ही शाह ने कहा की  प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने सीआरपीएफ के जवानों को ड्यूटी के समय हवाई सफर की जो अनुमति दी है, उससे भी जवानों को मनोबल बढ़ा है। हम चाहते हैं कि जवानों को और सुविधा मिलें। इसके लिए हम एम्स के साथ काम करके जवानों को ऐसा हेल्थ कार्ड देने पर विचार कर रहे हैं जिससे उनके परिवार वालों का भी इलाज हो सके।