Annabelle Doll Real Story: अगर आपने ‘द कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स’ की सारी फिल्में देखी हैं, तो उनमें से एक दो फिल्मों में ‘एनाबेल डॉल’ का ज्रिक है, जिसको लोग फिल्म का एक हिस्सा मानते हैं. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी ये गुड़िया रियल लाइफ में मौजूद है और इसको ‘शापित गुड़िया’ कहा जाता है. इस गुड़िया पर अब तक काफी सारी फिल्में भी बन चुकी हैं, जिनको सच्ची घटनाओं पर आधारित बताया जाता है. वो फिल्में सच है या नहीं ये तो हम नहीं जानते हैं, लेकिन आज हम आपको इस शापित गुड़िया की सच्ची कहानी बताने जा रहे हैं, जो काफी खौफनाक है. तो चलिए जानते हैं क्या है इस शापित गुड़िया की असली कहानी?
साल 2017 में आई फिल्म ‘एनाबेल क्रिएशन’ एनाबेल सीरीज की सबसे डरावनी फिल्म मानी जाती है. जब ये फिल्म रिलीज हुई थी तब लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए इस फिल्म का रिव्यू दिया था, जिसमें ज्यादातर वो लोग थे, जिनको हॉरर कंटेंट देखना काफी पसंद और वो भूत-प्रेत जैसी चीजों पर विश्वास नहीं करते और उनसे डरते नहीं. लेकिन उन लोगों ने अपने रिव्यू में ये साफ बताया था कि इस फिल्म को देखने के बाद उनकी भी रूह कांप उठी थी. दिलचस्प बात ये कि ‘एनाबेल’ की कहानी किसी राइटर के दिमाग की उपज नहीं है.
एनाबेल डॉल को लेकर ऐसा दावा किया जा रहा है कि ये असल घटना पर आधारित है. 1970 के दशक में, अमेरिका में एक मां ने अपनी बेटी डॉना के लिए एक गुड़िया खरीदी, जो कार्टून कैरेक्टर रैगेडी ऐन की तरह दिखती थी. डॉना नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी और अपनी दोस्त एंजी के साथ रहती थी. जब उसकी मां ने उसे ये प्यारी गुड़िया बर्थडे गिफ्ट के तौर पर दी थी, तो डॉना बहुत खुश हुई थी. लेकिन थोड़े ही दिनों में उसकी खुशी उलझन और फिर डर में बदल गई, क्योंकि इस गुड़िया में जान थी.
दरअसलस, शुरुआत में ये गुड़िया बिल्कुल आम खिलौनों जैसी ही थी, लेकिन धीरे-धीरे उसमें हलचल होने लगी थी. गुड़िया ने अपने हाथ हिलाना शुरू कर दिया. डॉना और एंजी जब इसे रात को कुर्सी पर रखतीं, तो सुबह ये जमीन पर पड़ी मिलती थी. उन्हें लगा कि गुड़िया खुद गिर गई होगी. कुछ दिनों बाद, लड़कियों ने अजीब बातें महसूस कीं. गुड़िया हमेशा डॉना के कमरे में रखी जाती, लेकिन अक्सर एंजी के कमरे में मिलती. डॉना और एंजी का एक दोस्त था, लू. वो जब भी इस गुड़िया को देखता, तो नर्वस हो जाता.
लू ने कई बात डॉना और एंजी से कहा था कि ये गुड़िया भूतिया है, लेकिन लड़कियां उसकी बातों को हंसी में उड़ा देती थीं. कुछ दिन बाद, लड़कियों को कमरे में कागज मिले जिन पर बच्चे की लिखावट में ‘हेल्प लू’ या ‘हेल्प अस’ लिखा था. एक दिन, जब डॉना घर लौटी, उसने देखा कि गुड़िया के हाथ और छाती पर खून लगा हुआ था. उसे समझ नहीं आया कि ये कैसे हुआ. उसने तुरंत पैरानॉर्मल एक्टिविटी फॉलो करने वाले एक विशेषज्ञ को बुलाया. उस आदमी ने बताया कि इसी बिल्डिंग के पास एक सात साल की बच्ची एनाबेल हाइगिन की मौत हो गई थी.
उन्होंने बताया कि ये गुड़िया उस बच्ची को बहुत पसंद थी और वो डॉना, एंजी के साथ रहना चाहती थी. और लड़कियों ने वो गुड़िया आपने पास ही रख ली. लेकिन कुछ ही दिनों में उन्हें समझ में आ गया कि गुड़िया और एनाबेल की आत्मा को अपने पास रखना एक बहुत बड़ी गलती थी. ये गुड़िया आज भी मौजूद है, लेकिन फिल्मों में जिस गुड़िया को दिखाया गया है उससे उल्ट ये गुड़िया कपड़े की बनी है और देखने में काफी प्यारी लगती है. बता दें, ये गुड़िया आज भी पैरानॉर्मल एक्टिविटस्ट एड और लोरेन वॉरेन के घर में मौजूद है, जिन्होंने इसे एक कांच के शोकेस में रखा था. दोनों इस दुनिया में नहीं है, लेकिन ये गुड़िया आज भी वहां मौजूद है.