दिल्ली : देश की पूर्व सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया पर भारी – भरकम जुर्माना लगा है। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया को अमेरिकी सरकार ने कड़े प्रतिबंध वाले एक मामले में 14 लाख डॉलर का जुर्माना ठोंका है। इसके अलावा एयर इंडिया को यात्रियों के 12.15 करोड़ डॉलर लौटाने के निर्देश भी दिए है। जुर्माने और रिफंड का आदेश जल्द अमल में लाने के लिए भी कहा गया है। अमेरिकी परिवहन विभाग ने 6 एयरलाइंस को यात्रियों के रिफंड लौटाने और जुर्माने के आदेश दिए है।
अमेरिकी एजेंसी ने कहा कि कहा कि एयर इंडिया का यात्रियों के ‘अनुरोध पर रिफंड’ करने का प्रावधान अमेरिकी परिवहन विभाग की नीतियों के विपरीत है। अमेरिकी सरकार के नियमों के मुताबिक फ्लाइट कैंसिल होने या उसमें बदलाव होने पर एयरलाइन को पैसेंजर्स के टिकट के पैसे कानूनी तौर पर रिफंड करने होंगे।
दरअसल कोविड-19 महामारी के दौरान एयर इंडिया की फ्लाइट्स के कैंसिल होने या उनके शेड्यूल में बदलाव किया गया था। इससे प्रभावित यात्रियों को टिकट के पैसे लौटाने में काफी लेट – लतीफी बरती गई थी। इसमें हुई देरी के कारण एयर इंडिया पर ये जुर्माना लगा है। हालांकि रिफंड में देरी के ये मामले टाटा समूह के हाथों एयर इंडिया का अधिग्रहण होने से पहले के हैं।
अमेरिकी परिवहन विभाग ने कहा कि एयर इंडिया उन छह एयरलाइंस में शामिल है जिन्हें यात्रियों को रिफंड के रूप में कुल 60 करोड़ डॉलर लौटाने का निर्देश दिया गया है. उसके अलावा फ्रंटियर, टीएपी पुर्तगाल, एयरो मेक्सिको, ईआई एआई और एविएंका एयरलाइंस पर भी अमेरिकी सरकार ने जुर्माना लगाया है।
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन के मुताबिक एयर इंडिया की रिफंड पॉलिसी के तहत पैसेंजर्स को अपनी रिफंड पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। इसी वजह से अमेरिकी प्रशासन ने एयर इंडिया को यात्रियों को रिफंड और जुर्माना भरने का आदेश दिया है। एक विभागीय जांच में यह पाया गया कि एयर इंडिया ने रिफंड के आधी से ज्यादा एप्लीकेशन्स पर कार्रवाई करने में निर्धारित 100 दिनों से अधिक समय लगाया है।