कोरोना लॉकडाउन के बाद ट्रेनों में सीमित यात्रियों को ही सफर का मिलेगा मौका , यात्रियों की संख्या घटाने पर विचार , अंतर्राष्ट्रीय रेलसंघ ने दिया सुझाव , जरुरी कार्य होने पर ही कर सकेंगे यात्रा , संक्रमणमुक्त रहेगा सफर  

0
8

दिल्ली वेब डेस्क / भारत में लॉक डाउन खुलने के बाद ट्रेनो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या घटाई जा सकती है | ताकि यात्री सुरक्षित और संक्रमण रहित होकर यात्रा कर सके | यही नहीं रेलवे यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच , चिकित्सक और पीपीई किट की व्यवस्था ,  और टिकट जांच के दौरान सोशल डिस्टेंस बरतने का खांका तैयार कर रहा है | कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय रेल संघ (यूआईसी) ने एक रिपोर्ट में संक्रमण को रोकने के संबंध में इस तरह के कुछ सुझाव दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक इसे अमल में लाने के लिए रेल मंत्रालय गहन विचार कर रहा है | रिपोर्ट में कहा गया है कि सफर की शुरुआत के पहले जांच करें कि ट्रेन के सारे कर्मचारी स्वस्थ हैं। उनके शरीर के तापमान को भी देखा जाए। ग्लव्स पहनकर ही किसी भी सामान को छूएं। 

रेलवे के लिए दिशानिर्देश शीर्षक वाली रिपोर्ट महामारी के दौरान पैदा हालात के हिसाब से अपडेट की जा रही है | रिपोर्ट में ऐसे बेहतर तौर-तरीकों को साझा किया गया है जिसे यूआईसी के सदस्य अमल करते हैं। यूआईसी के सदस्यों में भारत के अलावा ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, कनाडा, चीन,डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, ईरान, इजरायल, इटली, जापान, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, स्लोवाकिया, स्लोवानिया, दक्षिण कोरिया, स्पेन और अमेरिका आदि देश हैं । लॉकडाउन से निकलने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रही भारतीय रेलवे उन कदमों पर गौर कर रही है | जो महामारी के दौरान दुनिया में उठाए गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद भारतीय रेलवे की यात्री सेवा 25 मार्च से ही ठप्प है ।


बताया जाता है कि यूआईसी ने संक्रमण रोकने के लिए रेलवे को दिए गए कई सुझाव पर अमल भी किया गया है | इसमें  कंबल, चादर, तकिया, हेडफोन आदि कोच से हटाये गए है | ट्रेनों में हर यात्रा में दिया जाने वाला कंबल में भी पाबंदी लगाई गई है | संक्रमण रोकने के लिए दक्षिण कोरिया में कई कदम उठाए गए हैं जैसे कि खिड़की के तरफ की सीट आवंटित की जा रही है। स्पेन की रेल सेवा केवल एक तिहाई सीटें ही ट्रेन में उपलब्ध करा रही है। बताया जाता है कि भारत में भी कुछ इसी तर्ज पर कदम उठाये जायेंगे | रेलवे स्टेशनों और उसके वेटिंग रूम में भीड़ ना लगे इसका भी प्रबंध होगा | आवाजाही के दौरान यात्रियों को थर्मल जांच के दौर से भी गुजरना होगा |