सूरजपुर/रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां कोतवाली थाना इलाके में प्रधान आरक्षक तालिब शेख कि पत्नी और एक मासूम बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई है । इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी इलाके से फरार हो गया है। हत्यारा कांग्रेसी कार्यकर्ता और पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का समर्थक बताया जाता है।
उधर घटना के बाद बिफरे लोगों ने कानून-व्यवस्था हाथ में लेते हुए आरोपी हत्यारे का घर जला दिया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। हत्यारे का नाम कुलदीप साहू बताया जाता है, यही नही फरार आरोपी कुलदीप पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल का समर्थक कांग्रेसी कार्यकर्ता और NSUI का महासचिव भी बताया जाता है। इस हत्याकांड के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल के साथ तस्वीरो में नजर आ रहा यह शख्स कुलदीप साहू है। कांग्रेसी कार्यकर्ता होने के साथ साथ वो पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का खास समर्थक बताया जाता है। सूरजपुर में कबाड़ के कारोबार और रंगदारी के मामलों में इस शख्स का नाम अव्वल नंबर पर बताया जाता है। इस शख्स ने दिन दहाड़े कोतवाली थाने में पदस्थ एक कांस्टेबल के घर घुसकर उसकी पत्नी और मासूम बेटी पर तलवार से ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद आरोपी ने लाशों को ठिकाने लगाने के लिए उसे मौकाए वारदात से लगभग 5 किलोमीटर दूर एक सुनसान इलाके में फेंक दिया। दिन दहाड़े अंजाम दिए गए इस हत्याकांड के बाद इलाके में सनसनी है। आरोपी कुलदीप साहू फरार बताया जा रहा है, पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी हुई है।
सूरजपुर में हत्यारे ने दो दिन पहले पुलिस कांस्टेबल को तलवार से काटने की धमकी दी थी। बताते हैं कि झड़प के दौरान उसने पुलिस कांस्टेबल को गाड़ी से रौंदने का प्रयास भी किया था। कांस्टेबल ने घटना की शिकायत विभाग के उच्च अधिकारीयों से भी की थी, बावजूद इसके समय रहते आरोपी को धर दबोचा नही गया, विभागीय अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। इस घटना के ठीक दो दिन बाद आरोपी ने कहे अनुसार कांस्टेबल के घर धावा बोल दिया, भरी बस्ती में एकसाथ तीन लोगों की हत्या कर वो मौके से फरार हो गया। उधर घटना से बौखलाई भीड़ ने आरोपी का घर फूंक दिया। मामला यहीं नहीं थमा इलाके के SDM को जनता ने दौड़ाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हत्याकांड के बाद मौके का जायजा लेने SDM साहब वारदात स्थल में पहुंचे थे। इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है।
राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का हवाला देकर कांग्रेसी नेता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार पर हमलावर हैं। उधर बीजेपी ने भी कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर जैसे ही पुलिस के हाथ आगे बढ़ते है, वैसे ही प्रदेश में कोई ना कोई ऐसी गंभीर वारदातें सामने आती हैं, जिसके चलते पुलिस और सरकार का ध्यान उन घटनाओं की रोकथाम में जुट जाता है। यही नही ऐसी अप्रिय वारदातों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को सरकार पर दबाव बनाने का भरपूर मौका भी मिल रहा है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देकर कांग्रेस सड़कों पर उतर रही है।
गौरतलब है कि 6 हजार करोड़ के महादेव ऐप सट्टा घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल मुख्य आरोपी हैं, जबकि भिलाई में घटित ऑनर किलिंग अटेम्प्ट मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र पुत्री को तलब कर स्थानीय पुलिस घंटों पूछताछ कर चुकी है। भिलाई के डॉ खूबचंद बघेल कॉलेज के प्राध्यापक विनोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले की विवेचना में पुलिस को पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र पुत्री के खिलाफ ठोस सबूत हासिल हुए हैं। इस मामले में पुत्र चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू की गिरफ्तारी की संभावनाएं जताई जा रही हैं। बताया जाता है कि स्वयं के अलावा कई परिजनों पर लटकती गिरफ्तारी की तलवार से बचने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के कदम सुर्खियों में हैं।
सूत्र तस्दीक करते हैं कि इन दिनों बीजेपी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शनों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ही फाइनेंस कर रहे हैं। वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नाम पर मोटी रकम खर्च कर प्रेस मीडिया में सुर्खियो पर बने हुए हैं। कवर्धा हत्याकांड और बलौदाबाजार अग्निकांड के अलावा भिलाई ऑनर किलिंग वारदात को पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के समीकरणों और तिकड़मों से जोड़कर देखा जा रहा है। भिलाई में सैकड़ों लोग प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुए हमले के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे। इस मामले को रफा-दफा करने के राजनैतिक प्रयास भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। सूरजपुर में घटित हत्याकांड के पीछे भी पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का हाथ बताया जा रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस राज में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर बघेल ने कुलदीप साहू समेत कई आपराधिक तत्वों को संरक्षण दिया था। जानकारी के मुताबिक कुलदीप अक्सर फेसबुक एवम सोशल मीडिया में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के साथ खुद की तस्वीरें साझा कर अपनी राजनैतिक रोटी सेंकता था। उसका आई कार्ड भी सामने आया है, वो NSUI का महासचिव बताया जाता है। आरोपी की कांग्रेसी नेताओं के साथ नजदीकी से जुड़ी कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रदर्शन और पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की राजनैतिक कवायत कई गंभीर अपराधों की विवेचना में पानी फेर रही है। पीड़ितों को ना तो न्याय मिल पा रहा है और ना ही आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयासों में तेजी आई है। कानून के जानकारों के मुताबिक अप्रिय वारदातों से आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री और उनके साथियों की गिरफ्तारी के बजाय राज्य सरकार का जोर प्रदेश की कानून व्यवस्था बनाए रखने की कवायत में व्यतीत हो रहा है। राजनैतिक मामलों के जानकारों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री बघेल, बीजेपी सरकार का ध्यान भटकाने के लिए कई अप्रिय वारदातों को हवा दे रहे हैं। भू-पे बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस जैसे ही अपने कदम आगे बढ़ाती है, उससे पूर्व कोई ना कोई ऐसी घटना सामने आ रही है, जिससे पुलिस प्रभावशील आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अपने कदम पीछे खींचते दिखाई देती है।
भूल सुधार – हमारे इस समाचार बुलेटिन में त्रुटिवश पीड़ित प्रधान आरक्षक तालिब शेख की हत्या होना प्रसारित किया गया। जबकि वे घायल है , उनका अस्पताल में इलाज जारी है, न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ उनके अच्छे स्वास्थ की कामना करता है,शोक की घडी में पीड़ित परिवार के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुवे समाचार में प्रकाशित त्रुटि के लिए हम क्षमाप्रार्थी है।
संपादक – न्यूज़ डेस्क न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़, रायपुर
दिनांक – 16 .10 .2024