रायपुर / अडानी को माइंस दिये जाने को लेकर हो रही सियायत के बीच आज वन मंत्री मो. अकबर ने एक बड़ा खुलासा किया है | उन्होंने दस्तावेज पेश करते हुए बताया कि बैलाडीला में वृक्ष काटने की अनुमति जनवरी 2018 में तात्कालीन रमन सरकार ने दी थी | अमित जोगी के आरोपो को मोहम्मद अकबर ने खारिज किया है। उन्होंने साफ कहा है कि पेड़ काटने की कोई अनुमति उनकी तरफ से नहीं दी गयी है। उन्होंने कहा पर्यावरण विभाग की तरफ से उनके पास इस सम्बंध में अब तक कोई फाइल ही नहीं आई है और न ही कोई अनुमति दी गई है।
पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि बैलाडीला पहाड़ी पर अडानी को खदान अलॉटमेंट के विरोध में 3 दिन से आदिवासियों का विरोध चल रहा है। उन्होंने कहा कि पेड़ काटने की अनुमति पूर्व सरकार ने दिया था, इस मामले में सरकार ने जानकारी मंगवाई है, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जगदलपुर संभागीय वन मंडल के दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि इसमें साफ-साफ लिखा है कि यह अनुमति कब और किस समय दी गई | उन्होंने कहा यह पत्र 11 जनवरी 2018 की है | इसमें बताया गया कि पहाड़ पर तकरीबन 25 हजार 400 वृक्ष काटे जाएंगे | आपको बता दें कि पूर्व विधायक अमित जोगी ने वन और पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर को चुनौती दी थी | उन्होंने राज्य सरकार पर अडानी को पर्यावरणीय स्वीकृति देने का आरोप लगाया है |