राजस्व विभाग का कारनामा, अधिकारीयों ने हाईस्कूल के लिए आवंटित जमींन को बेच डाला |

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रायपुर। राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार के एक बड़ा मामला सामने आया है | राजस्व अधिकारियों ने सरपंच के साथ मिलकर कर सरकारी जमींन बेच डाली | पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने बेघरों को अस्थिाई आवसीय पट्टा जारी करने के लिए योजना शुरु की थी । इस योजना के तहत तत्कालीन सरपंच और राजस्व विभाग के अधिकारीयों ने मिलकर अपात्र लोगों से पैसे लेकर महासमुंद फोर लेन से लगी बेसकीमती जमीन आवंटित कर दी । यह  जमीन को तकरीबन 200 ऐसे लोगों को आवंटित किया गया । जिनकी मासिक आय 10 लाख रुपए से कम नहीं है । दरअसल रायपुर से सटे आरंग ब्लाक के गुजरा गांव में फोरलेन से लगी लगभग पांच एकड़ जमीन है । जिसे सरकार ने 2005 में जमीन को शासकीय हाई स्कूल के लिए आरक्षित किया था । बेशकीमती जमीन से कमाई के लालच में तत्कालीन सरपंच ने स्कूल का निर्माण दूसरी जगह करवा दिया था । 


RTI कार्याकर्ता शेष नारायण शर्मा के मुताबिक तत्कालीन सरपंच और तहसीलदार ने पैसे लेकर 900 वर्ग फिट जमीन आवंटित की गई थी । उन्होंने बताया कि  नियमानुसार एक परिवार के एक ही सदस्य को जमीन आवंटित करना था | लेकिन मेरे परिवार के ही दो लोगों को जमीन आवंटित की गई । उक्त मामले की शिकायत उन्होंने मुख्य सचिव से की है । तत्कालीन सरपंच श्वेता शर्मा के मुताबिक आवंटन में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है । उन्होंने बताया कि पूरा सर्वे रिपोर्ट तो राजस्व अधिकारियों ने तैयार किया था | रायपुर कलेक्टर बसवएस राजु ने बताया कि मामले की शिकायत मुझे मिली है जांच के लिए आरंग के एसडीएम आदेशित किया जाएगा । यदि आवंटन गलत हुआ है तो आवंटिन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी ।