तेलुगु फिल्मों के मशहूर कॉमेडियन वेणु माधव की सिकंदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गई | वेणु की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें यशोदा हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था | वो पिछले कुछ समय से लिवर संबंधी दिक्कतों से जूझ रहे थे | हॉस्पिटल में उनकी हालत क्रिटिकल बताई जा रही थी और उन्हें आईसीयू में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था | लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका |
जानकारी के अनुसार वेणु अपने इलाज के लिए पिछले दो हफ्ते से हॉस्पिटल में भर्ती थे. बीते रविवार यानी 22 सितंबर को ही उन्हें डिस्चार्ज किया गया था | लेकिन 24 सितंबर की दोपहर उनकी हालत एक बार फिर से बिगड़ गई और उन्हें दोबारा हॉस्पिटलाइज़ करना पड़ा | डॉक्टरों का कहना था कि वेणु का लिवर ट्रांस्प्लांट करना पड़ेगी | लेकिन इससे पहले कि उनका ट्रांसप्लांटेशन प्रोसेस शरू किया जाता, वो गुज़र गए. सूर्यपेट ज़िले के कोडाड शहर में पैदा हुए वेणु की उम्र मात्र 39 साल थी | 170 से ज़्यादा फिल्मों में काम कर चुके वेणु माधव पिछले कुछ सालों से फिल्मों से दूर थे |
वेणु ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि वो पिछले काफी समय से लगातार काम कर रहे थे, इसलिए वो कुछ दिनों का ब्रेक चाहते थे | उनके इस फैसले में उनकी तबीयत का कोई हाथ नहीं है | बतादें कि वेणु ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मिमिक्री आर्टिस्ट की थी | उन्हें फिल्मों में पहला मौका मिला 1996 में आई फिल्म ‘सम्प्रदायम’ में इस रोल की लंबाई ज़्यादा नहीं थी ,लेकिन वेणु अपने कॉमिक स्किल्स के लिए नोटिस किए गए | तब से शुरू हुआ उनका सफर 2016 तक ज़ारी रहा | इस दौरान उन्होंने ‘आदि’, ‘वासु’, ‘सिम्हाद्री’, ‘छत्रपति’, ‘पोकिरी’, ‘किक’ ‘नायक’ और ‘रुद्रमादेवी’ जैसी फिल्मों में काम किया |
वो अपने करियर में तेलुगु के अलावा इक्का-दुक्का तमिल फिल्मों में भी काम कर चुके है | उनकी आखिरी फिल्म 2016 में रिलीज़ हुई ‘डॉ. परमानंदैया स्टूडेंट्स’ थी | फिल्मों के अलावा वो पॉलिटिक्स में भी काफी एक्टिव थे | तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) से वो लगातार जुड़े रहे | पिछले साल तेलंगाना में हुए चुनाव में उन्होंने कोडाड विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए नॉमिनेशन भी फाइल कर दी थी | वो किन्हीं वजहों से वो चुनाव तो नहीं लड़ पाए, लेकिन चुनाव प्रचार में उन्होंने पार्टी की खूब मदद की थी |