रायपुर / निलंबित डीजीपी मुकेश गुप्ता की खासमखास रेखा नायर को अपनी नौकरी बरकार रखने के लिए पुलिस मुख्यालय ने आखिरी मौका दिया है | EOW की ओर से जारी एक नोटिस में रेखा नायर को सात दिनों के भीतर जॉइंनिंग देने के लिए कहा गया है | लंबे समय से फरार चल रही रेखा नायर को इसके पहले भी नौकरी ज्वाइन करने लिए कई नोटिस जारी हो चुके है | यही नहीं उसके खिलाफ दर्ज बेनामी सम्पत्ति के मामलों को लकेर भी EOW कई बार नोटिस तामिल कराने को लेकर एड़ी छोटी का जोर लगा चूका है | हालांकि कई कोशिशों के बावजूद रेखा नायर ने ना तो पुलिस के किसी भी नोटिस का जवाब दिया है और ना ही पुलिस मुख्यालय में अपनी आमद दर्ज कराने को लेकर कोई दिलचस्पी दिखाई है | बताया जाता है कि लोगों को पुलिस का रौब दिखाकर तो कभी बड़े पैमाने पर भ्रष्ट्राचार कर निलंबित डीजीपी मुकेश गुप्ता ने हवलदार रेखा नायर के नाम पर 100 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्ति खरीदी है | उसने सेफ मनी के नाम पर रेखा नायर के पक्ष में लगभग 10 करोड़ की सम्पत्ति भी निवेश की है | इस रकम के चलते रेखा नायर ने अब पुलिस की नौकरी नहीं करने का फैसला किया है | और तो और वो पुलिस से किसी भी नोटिस का जवाब तक देने को तैयार नहीं है | EOW ने रेखा नायर के कई बैंक अकाउंट भी सीज किये है | लेकिन अब भी बेनामी कई बैंक अकांउट है जिसके जरिये रेखा नायर बैंकों से लेनदेन कर रही है |
ईओडब्ल्यू के डीजी बीके सिंह ने अखबारों में सार्वजनिक इश्तहार प्रकाशित कर रेखा नायर को ये अंतिम अवसर दिया है, इसके पहले भी रेखा को ईओडब्लू की ओर से उपस्थित होने के लिए कई नोटिस जारी किए जा चुके हैं | लेकिन किसी भी नोटिस का उनकी ओर से जवाब नहीं आया है | संस्पेंड आईपीएस मुकेश गुप्ता के स्टेनो रही रेखा नायर ईओडब्ल्यू में कार्यरत थी , रेखा नायर पर फोन टैपिंग करने का आरोप भी लगा है | बताया जा रहा है कि रेखा अपने घर से फोन टैपिंग को ऑपरेट करती थी |
बतादें कि रेखा नायर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज है | ईओडब्ल्यू की जांच में रेखा नायर के पास रायपुर के आउटर में बड़ी जमीन के अलावा महंगी कालोनी में मकान का खुलासा हुआ है। इसके अलावा केरल के कोवल्लम में भी उनकी प्रापर्टी है।अफसरों के अनुसार प्रॉपर्टी के कागजात और बैंक ट्रांजेक्शन के कारण रेखा के खिलाफ पुख्ता प्रमाण मिले हैं। रेखा नायर मूलतः केरल की ही रहने वाली हैं।
बताया जाता है कि रेखा नायर लंबे अरसे से फरार चल रही है | उनके बारे में प्राप्त जानकरी के अनुसार जिस दिन मुकेश गुप्ता को डीजीपी के पद से हटाया गया था , उसके दो दिन बाद वो दिल्ली में देखी गई थी | यह भी बताया जा रहा है कि मुकेश गुप्ता को इस बात का अंदेशा था कि छत्तीसगढ़ पुलिस रेखा नायर के ठिकानों पर दबिश दे सकती है | लिहाजा उसने रेखा नायर के नाम से खरीदे गए डुप्लेक्स और मकानों में रखे गए दस्तावेज ,सीडी , पेन ड्राइव , नगद रकम और कई इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस वहां से हटवाए थे | इस घटना के एक हप्ते बाद रेखा नायर को सैर सपाटे के लिए श्रीलंका भेजे जाने की भी खबर है | हालांकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हो पाई है |
EOW ने दुर्ग और भिलाई में रेखा नायर के करीबियों और नाते रिश्तेदारों से भी पूछताछ की थी | लेकिन उनके पास से भी रेखा नायर का पता ठिकाना हासिल नहीं हो पाया | यह भी खबर है कि निलंबित डीजीपी मुकेश गुप्ता इस बात से वाकिफ है कि रेखा नायर उसके खिलाफ बयान दर्ज करवा सकती है | लिहाजा वो उसकी जान का दुश्मन भी बन सकता है | अंदेशा यह भी जाहिर किया जा रहा है कि अपने खिलाफ सबूत नष्ट करने लिए मुकेश गुप्ता उसे मौत के घाट भी उतार सकता है | फ़िलहाल रेखा नायर की खोजबीन जारी है | लेकिन कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है | अब देखना होगा कि सात दिवस के भीतर क्या रेखा नायर प्रकट होती है , या फिर उनकी गुमशुदगी दर्ज होती है |