पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान दल रवाना , 9 घंटे तक चलेगा मतदान , 289 मतदान केंद्र किए गए शिफ्ट | पहली बार चुनाव इजरायली तकनीक के यूएवी का इस्तेमाल |

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नक्सल प्रभावित बस्तर में चुनाव संपन्न कराने के लिए मतदान दलों की रवानगी हेलीकॉप्टर से शुरू हो गई है |  बस्तर संसदीय क्षेत्र में कुल 159 ऐसे मतदान दल हैं जिन्हें सड़क से नहीं हवाई मार्ग से मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है | लगातार तीन दिनों तक मतदान कर्मियों को हवाई रास्ते से उन इलाकों तक पहुंचाई जाएगी , जहां नक्सलियों का गढ़ माना जाता है |  बतादें कि नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है |

   संभाग मुख्यालय जगदलपुर के अलावा सुकमा,दंतेवाड़ा,बीजापुर जिला मुख्यालय से भी मतदान कर्मियों को संपूर्ण सामग्री के साथ हेलीकॉप्टर से भेजा जा रहा है | यह दल मतदान के पूर्व आसपास स्थित CRPF या पैरामिलिट्री फोर्सेज के कैंप पर रहेंगे,और मतदान के दिन केंद्रों तक जाएंगे, मतदान के बाद उन्हें पुनः हेलीकॉप्टर से संबंधित जिला मुख्यालय लाया जाएगा  |  बस्तर सीट पर सुकमा,दंतेवाड़ा,बीजापुर और नारायणपुर में सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान होंगें |  वही बस्तर,कोंडागांव जिले में आने वाले विधानसभा में सुबह 7 बजे से 5 बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया गया है | लोकसभा क्षेत्र के 13 लाख 77 हजार 994 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगें |  बस्तर संसदीय क्षेत्र में कुल 1889 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 741 अति संवेदनशील 606 संवेदनशील 227 राजनीतिक संवेदनशील और 305 सामान्य मतदान केंद्र हैं | नक्सली संवेदनशीलता को देखते हुए संसदीय क्षेत्र क्रमांक 10 के 289 मतदान केंद्र को शिफ्ट कर दिया गया है और उन गांव में मुनादी के माध्यम से लोगों को वोट करने की अपील की गई है | 

निर्वाचन अधिकारी अय्याज तम्बोली ने बताया कि हेलिकॉप्टर से भेजे जाने वाले दल के बाद 10 अप्रैल तक बचे मतदान कर्मियों को तैनात कर दिया जाएगा | संसदीय क्षेत्र  में 9 केंद्र दिव्यांग जानो के लिया तैयार किया गया है | वही 27 केंद्रों का संचालन महिला कर्मी करेंगें,दूसरी ओर  सुकमा,दंतेवाड़ा,बीजापुर,नारायणपुर तथा कोंडागाँव के कुछ इलाकों में चुनावी बहिष्कार का ऐलान नक्सलियों ने किया है | स्कूल भवन में नक्सलियों द्वारा वॉल पेंट कर लोगों को लोकसभा चुनाव में भाग लेने की अपील की है  | इसके अलावा पर्चो, बैनर,पोस्टर के माध्यम से जगह-जगह नक्सली चुनाव बहिष्कार के लिए लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं | नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के मद्देनजर लोकसभा चुनाव के लिए 25 हजार जवान अतिरिक्त भेजे गए हैं | बस्तर में पहले ही लगभग 50 हजार के करीब जवान तैनात हैं इनमें जिला बल एवं डीआरजी सहित लोकल फ़ोर्स शामिल है |


बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा क्षेत्र मे स्वतंत्र,निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर दी गयी है |  इस बार भी बुलेट पर बैलेट भारी पड़ेगा,बस्तर,आंध्र,ओड़िसा और छत्तीसगढ़ सीमाओं पर सभी प्रदेश के जवान अलग- अलग जगह तैनात हैं और चारों राज्य में चुनाव के दौरान नोडल अफसर नियुक्त किया गया है | इसके साथ ही हेलिकाॅप्टर से भी निगरानी रखी जा रही है | उन्होंने बताया कि बस्तर लोकसभा क्षे़त्र में शांति पूर्ण मतदान कराने के लिए सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था रखी गई है | उन्होने बताया कि लोकसभा चुनाव के मददेनजर बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों की गस्त बढ़ा दी गई है  | साथ ही वाहनों की लगातार जांच भी की जा रही है | आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि मतदान के दिन ड्रोन से निगरानी रखी जायेगी,अंदरूनी इलाकों में बेखौफ मतदान कराने के लिए जवान ग्राम के प्रमुख लोगो के साथ गांव – गांव घुमकर वोट डालने के लिए प्रेरित कर रहें हैं | जिसका अच्छा खासा असर देखा जा रहा है | उन्होने बताया कि इस बार मतदान दल को आठ से दस किलो मीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ेगी | 
इजरायली तकनीक के यूएवी का हो रहा इस्तेमालनक्सल प्रभावित बस्तर में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए पहली बार चुनाव इजरायली तकनीक के यूएवी का इस्तेमाल  किया जा रहा है | बेहद कारगर और सटीक जानकारी देने में माहिर यूएवी से पूरे चुनाव के दौरान नजर रखी जायेगी |