नक्सली रविवार 10 फरवरी को भूमकाल दिवस मनाएंगे,इसके लिए सुकमा जिले के कई इलाकों में नक्सलियों ने पेड़ों पर पर्चा चस्पा किया है | नक्सलियों द्वारा लगाए गए पर्चो में 10 फरवरी को गांव -गांव में भूमकाल दिवस मनाने का आह्वान किया गया है | उक्त पर्चे दोरनापाल जगरगुंडा मुख्य मार्ग पर गोलकुंडा के पास लगाए गए हैं | पर्चे में नक्सलियों ने दक्षिण बस्तर के गांव गांव में विकास करने का दावा किया है | साथी गोंडेलगुड़ा मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए कार्यवाही की मांग की गई है | यह मुठभेड़ दोरनापाल जगरगुंडा मार्ग पर गोरगुंडा गाँव के पास हुई थी । मुठभेड़ में एक महिला नक्सली की इलाज के दौरान मौत हो गई थी और दूसरी महिला नक्सली जिंदा पकड़ी गई । पश्चिम बस्तर डिवीज़न कमिटी, भाकपा माओवादी ने ली जवाबदारी, किरंदुल थाना क्षेत्र का मामला ।
नक्सलियो द्वारा विकास के दावे पर सुकमा एसपी जितेंद्र शुक्ला ने जवाब देते हुए कहा कि कौन सा विकास हथियारों की खेती,बच्चों को उसकी ट्रेनिंग,दक्षिण बस्तर मे खुन की नदी बहा दी ,पुलिस वालों को मारने का टार्गेट, जो गाँव वाला इनकी सपोर्ट मे ना आए उसे गाँव से बेदख़ल करना या हत्या करनाये विकास का मॉडल है | उन्होंने कहा कि इनका डर हिंसा खुन बहाना इसका ही विकास किया है पिछले 15 वर्षों मे इसके अलावा विकास तो देखते ही है बीजली बस स्टैंड सड़क बाज़ार स्वास्थ्य और स्कूल इन सब का कैसा विकास किया है |
इधर चिंतलनार थाना क्षेत्र के टुल्लेर के जंगलों में सुरक्षाबलों ने नक्सल कैंप को ध्वस्त कर दिया है । मौके से बड़ी मात्रा में हथियार व गोली बारूद बराम हुआ है । CRPF की 150वीं और कोबरा की 206वीं बटालियन के साथ ये मुठभेड़ जारी है । बस्तर के डीआईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि नक्सली कैंप होने की सुचना मिली थी इसके बाद जवानों को रवाना किया गया । जैसे ही जवानों का दल वहां पहुंचा पहले से घात लगाए जवानों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी । इस दौरान मौके पर बड़ी मात्रा में हथियार और गोली बारूद तथा नक्सल साहित्य बरामद हुआ है ।