आखिर यहाँ है , रेखा नायर और उसकी फोन टेपिंग मशीन | टप्पू भाटिया और नंजय चौधरी संदेह के दायरे में |

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रायपुर / आखिर कहां है रेखा नायर और फोन टेपिंग मशीन | उसके पता ठिकाने को लेकर खोजबीन जारी है , लेकिन पुलिस को उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा है | एक जानकारी के मुताबिक बीजेपी शासनकाल में कांग्रेसी नेताओं , पत्रकारों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों के फोन टेप करने के लिए इजराइल से आयात की गई फोन टेपिंग मशीन को आज भी एक गोपनीय अड्डे में सुरक्षित रखा गया है | बताया जाता है कि रेखा नायर को एक शराब ठेकेदार और एक बारूद  कारोबारी ने कुख्यात डीजीपी मुकेश गुप्ता के निर्देश पर अपने गुप्त ठिकानों में शरण दे रखी है | यह भी जानकारी लगी है कि रेखा नायर इस गिरोह के चंगुल से बाहर निकलना चाहती है लेकिन उसे अपने बेटे और खुद की जान जोखिम में नजर आ रही है | रेखा नायर के करीबी एक रिश्तेदार ने उसकी खोजबीन में जुटे पुलिस कर्मियों को बताया है कि तीन माह पूर्व वो आखिरी बार भिलाई आई थी | उस वक्त वो काफी डरी हुई थी | उसे अपनी और अपने बेटे की जान की चिंता सता रही थी | जबकि उसके मोबाइल पर बार-बार किसी ऐसे शख्स का फोन आ रहा था जो उसे अपना मुंह खोलने के लिए डरा धमका रहा था | यही नहीं वह शख्स उसे फौरन छत्तीसगढ़ से बाहर निकलने का निर्देश दे रहा था | यह भी बताया जा रहा है कि अपनी बहन से मेलमुलाकत के बाद रेखा नायर अपने बेटे के साथ एक निजी कार में नागपुर के लिए रवाना हुई थी | इस घटना के बाद उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया है | पुलिस को रेखा नायर की तलाश है | उसे इश्तिहार के जरिये अंतिम सूचना जारी की गई है | ताकि वो सात दिनों के भीतर पुलिस के समक्ष अपनी मौजूदगी दर्ज करा सके | 

उधर रेखा नायर के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी पुलिस की आंखे उस समय फटी की फ़टी रह गई जब उसे पता पड़ा कि रेखा नायर की पुलिस में भर्ती ही संदिग्ध है | इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब उसकी सीआर और योग्यता संबधी दस्तावेजों की पड़ताल की गई | इसी बीच रेखा नायर की सर्विस रिकॉर्ड की भी जांच की गई | इसमें कई तरह की खामियां पाई गई है।सर्विस रिकॉर्ड में ना तो रेखा नायर के पिता का नाम दर्ज है और ना ही पुलिस चयन के बाद रेखा नायर का चरित्र सत्यापन रिपोर्ट जमा की गई है | और तो और शैक्षिणक योग्यता में भी घालमेल है |  रेखा नायर की शैक्षणिक योग्यता बी-कॉम सेकेंड ईयर अंकित है, लेकिन सेवा पुस्तिका में केवल बी-कॉम सेकेंड ईयर की अंकसूची के साथ टायपिंग-कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रमाण पत्र की छाया प्रति संलग्न है। उससे पूर्व मैट्रिक की शैक्षणिक योग्यता संबंधी कोई भी अंकसूची संलग्न नहीं है। उसके  सर्विस रिकॉर्ड में हिन्दी और अंग्रेजी टायपिंग उत्तीर्ण  प्रमाण पत्र की छायाप्रति संलग्न है। लेकिन  टायपिंग परीक्षा में प्रति मिनट कितने शब्द टाइप करने की क्षमता है, इसका उल्लेख नहीं है | दक्षिण भारत की हिन्दी प्रचार सभा, मद्रास द्वारा 20 अगस्त 1992 को जारी   

हिन्दी टायपिंग उत्तीर्ण होने का एक प्रमाण पत्र संलग्न किया गया है | इसमें 20 शब्द प्रति मिनट टाइप करने की क्षमता उल्लेखित है। इसके अलावा कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेंटर कोटटाकारा केरला से डिप्लोमा इन कम्प्यूटर का प्रमाण पत्र संलग्न है। बताया जाता है कि रेखा नायर की पुलिस भर्ती के समय में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज नजर अंदाज कर दिए गए थे | लिहाजाईओडब्ल्यू के डीजीपी ने दुर्ग एसपी को पत्र लिखकर रेखा नायर की सर्विस रिकॉर्ड में मिली कमियों और त्रुटियों पर विस्तृत जानकारी मांगी है। यह जानकारी भी मांगी गई है कि क्या रेखा नायर द्वारा प्रस्तुत तमाम दस्तावेजों और योग्यता संबंधी प्रमाण पत्र को मध्यप्रदेश शासन से मान्यता प्राप्त थी या नहीं ? दुर्ग पुलिस अधीक्षक कार्यालय को  एक हफ्ते के भीतर समस्त जानकारी EOW  को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।   

इजराइल यात्रा की भी पड़ताल शुरू : 

रेखा नायर की इजराइल यात्रा के गैर क़ानूनी पहलुओं की भी जांच शुरू हो गई है | बताया जाता है कि उसे मुकेश गुप्ता एंड कंपनी ने फोन  टैपिंग का प्रशिक्षण लेने के लिए चोरी छिपे इजराइल भेजा था | इसके लिए ना तो पुलिस मुख्यालय एवं  गृह विभाग से और ना ही राज्य शासन से अनुमति ली गई थी | एक जानकारी के मुताबिक इंटेलिजेंस के एडीजी के पद पर रहते मुकेश गुप्ता ने इजराइल से गैर क़ानूनी ढंग से फोन टैपिंग मशीन का आयात किया था | इस मशीन के जरिये उसका पूरा गिरोह वीआईपी समेत सभी महत्वपूर्ण व्यक्तियों और पत्रकारों के फोन टेप किया करते थे | फोन टैपिंग के लिए इस गिरोह ने भारत सरकार के सभी कायदे कानूनों को ताक पर रख दिया था | बताया जाता है कि फोन टेपिंग कर इस गिरोह ने कई लोगों को धमकाया और उनसे करोड़ों की वसूली की | इस रकम से कुख्यात डीजीपी मुकेश गुप्ता ने देश भर  में संपत्ति खरीदी | इसी रकम का कुछ हिस्सा रेखा नायर के खाते में भी आया | बताया यह भी जा रहा है कि फोन टेपिंग की यह मशीन शराब कारोबारी टप्पू भाटिया और बारूद कारोबारी नंजय चौधरी ने अपने गुप्त ठिकाने में रखी हुई है | 

फ़िलहाल रेखा नायर की उपस्थिति के बाद ही मुकेश गुप्ता गिरोह की कई और करतूते सामने आएगी | पुलिस को आरोपी रेखा नायर की आमद दरज का इंतजार है |