
जाना था जापान पहुंच गए चीन…। चलती का नाम गाड़ी फिल्म के गीत शिक्षकों पर ठीक बैठ रहा है | दरअसल SLA के तहत teamsT एप के जरिये प्राथमिक के कक्षा पहिली और दूसरी के बच्चो का online परीक्षा का आदेश दिया गया था । लेकिन कहीं सर्वर डाउन और नेटवर्क न होने से शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा । ऐन मौके पर कई स्कूलों में मोबाइल नेटवर्क ने गच्चा दे दिया । आलम ये हुआ कि शिक्षकों को क्लास रूम छोड़कर कभी स्कूल की छत पर तो कभी चारदिवारी और पेड़ की टहनियों पर लटकर मोबाइल टावर नेटवर्क ढूढ़ना पड़ा । मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से परीक्षा में आयी दिक्कतों को लेकर शिक्षक संघों ने तीखी नाराजगी जतायी है ।
शिक्षकों ने कहा कि TeamsT एप के जरिये कक्षा पहली और दूसरी के बच्चो की online परीक्षा लेने का निर्णय बिल्कुल अव्यवहारिक और अदूरदर्शिता पूर्ण निर्णय है । छोटी-छोटी बात पर सर्वर फेल होना,दूरस्थ अंचलों पर मोबाइल नेटवर्क का न होना,ऊपर से सीधा एप के जरिये ही online तत्काल बच्चों से प्रश्न पूछना यह दर्शाता है कि जिन टेबलों में इस तरह की योजनाएं बनती है उन्हें जमीनी जानकारियों का अभाव है । परीक्षा के लिए हमेशा प्रश्न पत्रों की व्यवस्था की जानी चाहिए ।
उन्होंने कहा केवल प्रश्नों का pdf भेज कर कार्यालय अपनी जिम्मेदारियो को पूर्ण न समझे अपितु प्रत्येक बच्चो के लिए प्रश्न पेपर की व्यवस्था सुनिश्चित करे, अथवा पहले अपने वेवसाइट,एप,सर्वर,नेटवर्क आदि की समस्याओं को पहले दूर करे फिर ऑनलाइन परीक्षा ले । अभी आयोजित परीक्षा व स्कूल के तमाम ऑनलाइन कार्यो के लिए शिक्षक के निजी मोबाइल और डेटा का उपयोग हो रहा है,इसलिए समस्त शिक्षकों को प्रतिमाह मोबाइल एलाउंस (भत्ता) शिक्षा विभाग प्रदान करे ।