भालुओं के हमले की घटना थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं । आए दिन लोगों पर हमले कर रहे हैं और अब तो भालू इतने हिंसक हो गए हैं कि उनके हमले में लोगों की जान भी जा रही है । कांकेर जिले के सारंडा गढ़िया पहाड़ पर भालू के बच्चे के रोने के कारण जानने पहुंचे फायर वाचर व ग्रामीणों पर भालू ने हमला कर दिया । हमले में एक फायर वाचर और एक ग्रामीण की मौत हो गई ,वही एक फायर वाचर और एक ग्रामीण बुरी तरह से घायल हो गए | दोनों घायलों को ग्रामीणों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है | जहां उनका इलाज जारी है | घटना के बाद गांव में दहशत है ।
सारंडा की गढ़िया पहाड़ में दो दिनों से भालू का एक बच्चा रो रहा था । फायर वाचर राजकिशोर यादव ने मोबाइल पर इसकी सूचना बीड गार्ड डुलेश कश्यप को दी । जिसके बाद बीड गार्ड डुलेश कश्यप अपने एक अन्य साथी के साथ वहां पहुंचा । बताया जा रहा है कि फायर वाचर राजकिशोर यादव व श्रवण सुरोजिया के साथ भालू के बच्चे के रोने का कारण जानने के लिए पहाड़ी की ओर बढ़े । राजकिशोर के मुताबिक वे लोग मौके पर पहुंचे भी नहीं थे कि भालू ने श्रवण पर पीछे से हमला कर दिया तो उसे राजकिशोर उसे बचाने के लिए पहुंचा । जिसके बाद उन्होंने श्रवण को भालू के पंजे से छुड़ाया । इसी बीच उनकी आवाज सुनकर गांव का रोशन नेताम भी अपने कुत्ते के साथ वहां पहुंचा आक्रोशित भालू ने रोशन पर भी हमला कर दिया । भालू को हिंसक होता देख बीट गार्ड डुलेश कश्यप ने तुरंत गांव पहुंचकर ग्रामीणों की सूचना दी । इसके बाद ग्रामीण रोशन, श्रवण और राजकिशोर की मदद के लिए वहां पहुंचे । ग्रामीणों के पहुंचते ही मादा भालू ने रतन नेताम पर हमला कर दिया । इससे रतन में बुरी तरीके से घायल हो गया । राजकिशोर के मुताबिक मादा भालू अत्यधिक हिंसक हो गई और सभी पर हमला कर रही थी । इस बीच क्या हुआ, कुछ समझ में नहीं आया । कुछ देर बाद मादा भालू वहां से गायब हो गई और श्रवण को भी साथ खींचते हुए ले गई । दूसरी ओर श्रवण के नहीं मिलने से परेशान ग्रामीणों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी । लगभग चार घंटे तक घने जंगल में तलाश करने के बाद श्रवण सुरोजिया का शव जंगल में मिला । वही रोशन की अस्पताल ले जाते समय मौत गई |
गर्मी बढ़ने के साथ ही वन्य प्राणियों के लिए भोजन व पानी की तलाश करना मुश्किल होता जा रहा है । दूसरी ओर वन्य प्राणियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है । इसके कारण लोगों पर वन्य प्राणियों के हमले भी बढ़े हैं । भालू के हमले में गांव के दो लोगों की जान चली जाने और दो लोगों के घायल होने के बाद ग्रामीणों मे आक्रोश देखने को मिला । हिंसक को चुके भालू को पकड़ कर गांव से दूर ले जाने, मृतकों व घायलों को मुआजवा देने और लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग ग्रामीणों ने की ।ग्रामीणों ने खल्लारी से कई ग्रामीणों को भालू को मारने के लिए बुलाए थे | लेकिन वन विभाग के अमले ने मना किया | ग्रामीणों का कहना है कि भालू खुखार हो गया है अब वह किसी पर भी हमला कर सकता है |
वन विभाग के एसडीओ तारम ने बताया कि मादा भालू हिंसक हो गई है । उसे पकड़ने के लिए पिंजरा मंगाया गया है , पकड़े जाने के बाद उसे रायपुर के नंदनवन या उच्च अधिकारियों के निर्देश पर दूसरी जगह भेजा जाएगा । उन्होंने बताया कि मांसाहारी जानवर यदि चिल्ला रहा था, तो इन्हें सावधानी बरतनी चाहिए थी और जंगल में नहीं जाना चाहिए था । मृतक के परिजनों को शासन की योजना के तहत चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी और घायलों को भी 59 हजार रुपये तक का उपचार का बिल प्रस्तुत करने पर राशि का भुगतान वन विभाग द्वारा किया जाएगा ।
