जांजगीर | छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर धोखेबाज ने एक महिला से 22 लाख रुपए ऐंठ लिए । यह महिला जिले के भाजपा नेता निर्मल सिन्हा की बहन सुशीला सिन्हा बताई जा रही है । बताया जाता है कि ठगी करने वाले आरोपियों में पूर्व मंत्री पुन्नू लाल मोहले के भतीजे बृजेश का नाम भी शामिल है । सुशीला की शिकायत पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज कर लिया है । बृजेश के दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।वही पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है ।
पुलिस के अनुसार बिलासपुर निवासी अभिजीत वैष्णव ने यह दावा किया था कि उसका बिलासपुर- रायपुर मुख्य मार्ग में सरगांव के पास नेशनल हाइवे पर शाकंभरी पेट्रोल पंप संचालित है | जिसे किरा पर 20 साल के लिए देने के लिए आराेपी अभिजीत वैष्णव सुचारिता बैष्णव, चमन माथुर, टंकेश्वर माथुर, बृजेश मोहले व तपन चटर्जी ने हसौद में पेट्रोल पंप संचालित करने वाली सुशीला सिन्हा से वर्ष 2015 में संपर्क किया । आरोपियों ने झांसा दिया कि हाइवे पर वह उसे पेट्रोल पंप दिलवाएंगे । इसके एवज में 25 लाख रुपए की मांग की । शुरुआत में आरोपियों ने 5-5 लाख रुपए अलग अलग किस्तों में जमा कराए । इतने पैसे जमा कराने के बाद भी एग्रीमेंट कराने के बजाय और पैसे मांगते रहे । सुशीला सिन्हा नेबताया कि उनके कहे अनुसार आरोपियों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए । 2018 तक आरोपियों ने सुशीला सिन्हा से 20 से 22 लाख रुपए ले लिए किंतु पेट्रोल पंप का एग्रीमेंट नहीं कराया । भाजपा नेता की बहन सुशीला सिन्हा ने हसौद थाना में इसकी लिखित शिकायत की थी । पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपियों सुचारिता वैष्णव व चमन माथुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।
पीड़िता सुशीला ने बताया कि बृजेश मोहले पुन्नूलाल मोहले का भतीजा है और मेरे परिचित का मुंहबोला भाई है | उन्होंने बताया कि मैं उन्हें राखी बांधती थी, उसको पता था कि मैं पेट्रोल पंप का बिजनेस करती हूं । उसने मुझे बताया था कि उनके रिश्तेदार का पेट्रोल पंप है, जिसे बेचना है । उन्होंने कहा था कि उसे लेने पर अच्छा धंधा चलेगा । चूंकि हसौद का पेट्रोल पंप ग्रामीण क्षेत्र का है, यहां धंधा कमजोर था, इसलिए उस पेट्रोल पंप को लेने के लिए प्लान बनाया । और 25 लाख में सौदा हुआ, 10 लाख रुपए देने के बाद एग्रीमेंट करना था । शेष 15 लाख रुपए बाद में देना था । उन्होंने बताया कि इसके बाद और जरूरत बताया तो पांच लाख रुपए और दिए, फिर भी एग्रीमेंट नहीं कराया गया । आखिरी बार साढ़े पांच लाख रुपए फिर बैंक से ट्रांसफर किए, ऐसा वे लोग नहीं चाहते थे । इसके बाद भी एग्रीमेंट नहीं हुआ तो फिर शिकायत की । ठगे जाने का एहसास तब हुआ जब डभरा के सूरज यादव ने बताया कि इन लोगों ने उसके दोस्त सौरभ साहू और उसे भी ठगा है । इनके खिलाफ सिरगिट्टी और तोरवा थाना में भी मामला दर्ज है । उसने रिश्तों को धोखा दिया है । इससे लोगों का अपनो से विश्वास उठ जाएगा ।
