रायपुर | छत्तीसगढ़ के राजभवन से जारी एक सूचना के मुताबिक दुर्ग के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति की “कुर्सी” पर जल्द ही डॉ अरुणा पल्टा विराजमान होंगी | छत्तीसगढ़ की राज्यपाल और कुलाधिपति अनुसुईया उईके की सहमति के बाद राजभवन के सचिव सुरेंद्र कुमार जायसवाल ने इसके आदेश जारी कर दिए है | पिछले कुछ महीनो से दुर्ग में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलपति का पद खाली था । डॉ अरुणा पल्टा फ़िलहाल शासकीय राधाबाई नवीन कन्या महाविद्यालय रायपुर में प्रिसिपल के पद पर कार्यरत हैं ।
बताया जाता है कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलपति के लिए लगभग 9 प्रोफेसरों ने इंटरव्यू दिया था । “योग्यता” के मामले में तमाम उम्मीदवार खरे उतरे थे | लेकिन बाजी मारी पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांढ की बहन ने | एक जानकारी के मुताबिक उम्मीदवारों में रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के तीन प्राध्यापक क्रमशः डॉ. एचके पाठक, डॉ. जकिया खान, डॉ.एसके जाधव शामिल थे । इसके आलावा केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के प्राध्यापक डॉ. पी के बाजपेयी, बीचएयू के डॉ. साही के अलावा देश के कई नामी गिरामी विश्वविद्यालय के सीनियर प्राध्यापकों का नाम भी कुलपति की पैनल में शामिल था | लेकिन तमाम दावेदारों पर डॉ अरुणा पल्टा भारी पड़ी |
बताया जाता है कि डॉ अरुणा पल्टा प्रदेश में “सक्रिय” पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांढ की बहन है | विवेक ढांढ वर्तमान में “रेरा के चेयरमेन” है | चर्चा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुख्य “सचेतक” और “प्रशासनिक गतिविधियों” के संचालन में विवेक ढांढ की भूमिका “सुर्ख़ियों” में है |
