छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नेशनल हाइवे पर चल रहे निर्माणाधीन पुलिया पर लगे लोहे के स्लैब गिरने से एक मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई । वहीं तीन अन्य मजदूर घायल हो गए । हादसे की समय यहां दो दर्जन से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे । घायलों को इलाज के लिए बिलासपुर के सिम्स में भर्ती कराया गया है । जहां घंटो बाद घायलों को मालमे से निकाला गया वहीं जब घायलों से मिलने क्षेत्र के सांसद और मेयर अस्पताल पहुंचे तो वहाँ की अव्यवस्था देख सांसद खूब नाराज़ हुये ।
दरअसल ये दर्दनाक हादसा बिलासपुर से लगे लोखंडी ग्राम के पास हुआ है । यहां नेशनल हाइवे पर पुलिया निर्माण का कार्य चल रहा है । जहां पुलिया निर्माण करने मजदूरों के द्वारा लोहे की स्लैब बिछाया जा रहा था । सुरक्षा में अनदेखी और निर्माण एजेंसी की लापरवाही के कारण स्लैब का एक एरिया गिर गया । जहां तीन मजदूर उसकी चपेट में आ गए । लोहे के स्लैब में दबे तीन मजदूरों को निकाला गया । वहीं एक मजदूर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई । दूसरी तरफ घायलों को इलाज के लिए सिम्स में भर्ती किया गया है । घटना की जानकारी लगते ही घायलों की हाल जानने सांसद अरुण साव और बिलासपुर शहर के महापौर किशोर राय सिम्स पहुंचे । घायलों से मिलकर उनका हाल जाना व डॉक्टरों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए । हालांकि आधे घंटे से सिम्स जैसे बड़े अस्पताल में बिजली गुल को लेकर सांसद ने नाराजगी जाहिर करते कहा की यह प्रशासन और राज्य सरकार असंवेदनशील है । सिम्स पर ध्यान देने की आवश्यकता है । वहीं महापौर ने घटना की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही ।
इस तरह के हादसे में मजदुरों के मौत का ये कोई पहला मामला नही है । इससे पहले भी ऐसे कई हादसे हो चुके है । नगर निगम के अमृत मिशन योजना में काम करने वाले मजदूर की भी ऐसे ही मौत हुई थी । वही एक निर्माणाधीन अस्पताल के तीसरे माले से गिरकर भी एक महिला मजदूर की मौत हो चुकी है । लेकिन जिला प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी और निर्माण एजेंसी पर कार्यवाही तो दूर, पीड़ित परिवार को मुआवजा तक नही दिला पाती ।

