
रायपुर / मोर छईया भुईया और झन भूलव मां-बाप ल जैसे सुपरहिट फिल्मों में अभिनय करने वाले छत्तीसगढ़ी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता आशीष सेंद्रे का निधन हो गया है। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे | रायपुर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। जहां बुधवार को उन्होने 46 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनके निधन से छत्तीसगढ़ी फिल्म कलाकारोें के बीच शोक की लहर है। आशीष को अभिनय का गुण अपने पिता घनश्याम सेन्द्रे से मिला। घनश्याम सेन्द्रे मशहूर ड्रामा आर्टिस्ट रहे हैं।
सन् 2000 में सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक सतीश जैन ने पहली बार आशीष को मोर छंइहा भुंइया में महत्वपूर्ण भूमिका दी थी। हाल ही में उनकी हंस झन पगली फंस जाबे रिलीज हुई है. जो सुपरहिट साबित हुई है | आशीष शेंद्रे ने 50 छत्तीसगढ़ी फिल्म और भोजपुरी, तेलगू, हिन्दी फिल्मों में दमदार अभिनय के जरिए गहरी छाप छोड़ी है | छत्तीसगढ़ के नाटकों के भी वे प्रमुख अभिनेता रहे | आशीष ने करीब 100 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है | उनकी अंतिम फ़िल्म हंस झन पगली अभी सिनेमाघरों में धूम मचा रही है | आशीष शेंद्रे को छॉलीवुड का बाबूजी कहा जाता था | क्योंकि हीरों के पिता जी के रोल में उन्हें खूब पसंद किया जाता था |