छत्तीसगढ़ में सरकारी शराब माफियाओं का आतंक , एक्साइस कमिश्नर को भी ब्लैक में खरीदनी पड़ी शराब , ओवररेट पर शराब बेचते पकड़े गए कर्मचारी , खानापूर्ति के लिए FIR दर्ज |      

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रायपुर | छत्तीसगढ़ में निर्धारित दर से अधिक कीमत पर शराब बेचना आम हो गया है | सरकारी शराब विक्रेताओं पर सरकार का नियंत्रण नहीं होने से मदिरा प्रेमियों की जेब जबरदस्त तरीके से ढीली हो रही है | हालत यह है कि एक्साइस कमिश्नर तक को शराब माफियाओं ने नहीं बक्शा है | दरअसल आबकारी कमिश्नर शराब खरीदने के लिए खुद एक दुकान में पहुंचे थे | दुकानदार ने उनसे एमआरपी अधिक की मांग की | इस बात को लेकर सेल्समेन और एक्साइस कमिश्नर के बीच वाद-विवाद भी हुआ | लेकिन सेल्समेन अवैध वसूली पर अड़ा रहा |  बोतल में दर्ज निर्धारित दर से अधिक की वसूली करने से नाराज एक्साइस कमिश्नर ने जब सेल्समेन को फटकार लगाई तो सेल्समेन ने आबकारी विभाग की ही पोल खोल दी | उसने साफ़तौर पर बताया कि यह गोरखधंधा “सरकार” के संरक्षण में ही चल रहा है | उसके मुताबिक अवैध वसूली नियमानुसार की जा रही है , ना की मनमर्जी से | सेल्समेन के हकीकत बयां करने के बाद एक्साइस कमिश्नर बगले झांकने लगे | हालांकि बदनामी से बचने के लिए उन्हें वैधानिक कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा | अवैध वसूली का सिलसिला यही नहीं थमा , जिन जिन दुकानों में उनके कदम पड़े वहां – वहां निर्धारित कीमत से ज्यादा कीमत वसूले जाने का वाक्या सामने आया | हालांकि अवैध वसूलीकर्ताओं के खिलाफ औपचारिकता निभाने के लिए उन्होंने नियमानुसार FIR दर्ज करवाई |

 छत्तीसगढ़ में सरकारी शराब दुकानों में अधिक मूल्य पर शराब बिक्री की शिकायतों की जांच के मकसद से आबकारी आयुक्त निरंजन दास स्वयं शराब खरीदने निकल पड़े | उन्होंने रायपुर से सटे मंदिरहसौद के देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानों में पहुंचकर शराब खरीदी | दिलचस्प नजारा उस समय देखने मिला जब  शराब दुकान पर तैनात प्लैसमेट कंपनी के सेल्समैन ने उनसे भी अधिक कीमत वसुल ली | आयुक्त ने अधिक कीमत पर का विरोध किया तो सेल्समैन बदसलूकी पर उतर आया | उन्होंने इस इलाके की  दोनों दुकानों मे अधिक दर पर मदिरा विक्रय किया जाना पाया ,जिस पर रज्य स्तरीय उड़नदस्ता टीम ने प्रकरण कायम कर करवाई की है |

इसी तरह राज्य स्तरीय उड़नदस्ता ने रायपुर जिले के ही हीरापुर में विदेशी मदिरा दुकान भी अधिक दर पर मदिरा विक्रय करते हुए पाया | जायजे के दौरान रायपुर जिले के नवापारा स्थित  मदिरा दुकान मे सेल्समेन का सहयोगी क्रेताओं को निर्धारित रकम से अधिक की अदायगी के लिए डराते धमकाते पाया गया | इस पर संज्ञान लेते हुए उस व्यक्ति के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई | यही हाल एयरपोर्ट के करीब स्थित माना शराब दुकान का था | यहां भी अधिक कीमत पर शराब बचने को लेकर खरीदार और काउंटर पर तैनात कर्मचारी के बीच जमकर विवाद हुआ | इस दुकान में भी नियमित रूप से ओवररेट पर शराब बचने की शिकयते है | इस मामले में आबकरी विभाग ने यहां तैनात कर्मियों पर फ़िलहाल कोई करवाई नहीं की है |

बताया जाता है कि रायपुर समेत प्रदेश के तमाम जिलों में बड़े पैमाने पर अवैध वसूली की जा रही है | पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के कार्यकाल की तर्ज पर मौजूदा कांग्रेस सरकार में भी मदिरा प्रेमियों को कुछ खास ब्रांड की शराब ही मुहैया कराई जाती है | ब्रांडेड शराब मांगने पर ग्राहकों को चलता कर दिया जाता है | एक जानकारी के मुताबिक रायपुर के स्टेशन रोड स्थित एक होटल में अवैध वसूली की रकम का रोजाना हिसाब किताब भी होता है | यह होटल कांग्रेस के एक नेता की बताई जाती है |