छत्तीसगढ़ की नौ माह पुरानी कांग्रेस के भूपेश बघेल “सरकार” के खिलाफ उनकी ही पार्टी के विधायक और मंत्री लगातार मोर्चा खोल रहे है | कोई दबी जुबान से तो कोई खुलेआम “सरकार” पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है | कांग्रेसी विधायकों की आम राय बनती जा रही है कि उनकी “सरकार” ने बगैर रिश्वत दिए कोई काम नहीं होता | विधायक इसके लिए अफसरों को जिम्मेदार ठहरा रहे है | हालांकि उनका निशाना सीधा अब सरकार पर है | हाल ही में सार्वजनिक मंच से अफसरों को “जूते” मारने का पैगाम देने वाले विधायक बृहस्पति सिंह की दलील है कि कांग्रेसी सरकार के अधीनस्थ अफसरों को बीजेपी ने “हाईजैक” कर लिया है | उनके मुताबिक कांग्रेसी सरकार होने के बावजूद उनके कोई कार्य नहीं हो रहे है |
इस घटना के पूर्व राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने राजनीति में दिलचस्पी दिखाने वाले छात्रों से कहा था कि नेता बनने के लिए एसपी ,कलेक्टर की “कॉलर” पकड़ना जरुरी है | ये ऐसे नेता है जिन्होंने खुले-तौर पर अपनी बात जनता के समक्ष रखी है ,लेकिन कई ऐसे विधायक है जो दबी जुबान से अपनी सरकार के “काम-काज” को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे है | ये और बात है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी ही पार्टी के मंत्रियो और विधायकों की राय से इत्तेफाक नहीं रखते |
विधयक जी कहा राज्य में सरकार तो हमारी है पर हमारा ही काम नही हो रहा है | स्कूल शिक्षा विभाग व आदिम जाति कल्याण विभाग को भाजपा के नेताओं ने “हाईजैक” कर लिया है | उन्होंने कहा हमारा एक मंत्री बीजेपी के लोगो का काम कर रहे है, किसी को कुछ भी बना दे रहे है | सरकार की तबादला नीति के तहत हमने भी प्रस्ताव बनाकर कुछ शिक्षकों के नाम भेजे थे पर हमारा काम ही नही हुआ | उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और आलाकमान से शिक्षा विभाग मंत्री से वापस लेने की मांग की है।
विधायक जी लगातार इस तरह के बयान से चर्चा में रहते है | उन्होंने इससे पहले नवीनीकृत राशनकार्ड का वितरण कार्यक्रम के दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अधिकारी एवं कर्मचारियेां में अभी भी 15 साल से भाजपा का “भूत” नहीं उतरा है, जिससे वो बेलगाम हो गए हैं । बृहस्पति सिंह ने इसे ठीक करने की बात कही थी । वहीं उन्होंने सरकार द्वारा किसानों के किए कर्जमाफी पर बयान देते हुए कहा की किसानों को अधिकारी और बैंक प्रबंधन धोखा दे रहे हैं, किसानों का कर्जमाफ होने के बाद भी उनसे पैसे के लिए तगादा किया जा रहा है । ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों को “जूता” मारने और जेल भेजने की बात बृहस्पति सिंह ने खुले मंच से कही । विधायक के विवादास्पद बयान का चौतरफा विरोध हो रहा है ।
