रायपुर / छत्तीसगढ़ी लोक गीत व संगीत की देश दुनिया में पहचान बनाने वाले प्रसिद्ध संगीतकार खुमान साव के नाम पर पुरस्कार देने की घोषणा छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने की है | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका ऐलान किया है. हर वर्ष समारोह का आयोजन कर कला के क्षेत्र में खुमान साव के नाम पर अवार्ड दिया जाएगा | छत्तीसगढ़ी लोक गीत का “भीष्म पितामाह” कहे जाने वाले खुमान साव का निधन 9 जून 2019 को 90 वर्ष की आयु में हो गया. | उन्होंने राजनांदगांव जिला स्थित अपने पैतृक गांव ठेकुआ में अंतिम सांस ली | उनके अंतिम संस्कार पर मुक्ति धाम में उनके ही ‘गीत माटी होहि तोर चोला रे संगी’ गूंजता रहा | बीते 16 जून को राजधानी रायपुर में ‘सुरता खुमान साव के’ श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए | यहीं सीएम बघेल ने खुमान साव के नाम पर अवार्ड देने का ऐलान किया |
संगीत के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए भारत सरकार की ओर से खुमान साव को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था | राष्ट्रपति रहते प्रणव मुखर्जी ने उन्हें सम्मानित किया था | छत्तीसगढ़ के संगीत सम्राट कहे जाने वाले खुमान साव ने प्रदेश की लोक कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए चंदैनी गोंदा संस्था की स्थापना की | इसके माध्यम से उन्होंने पांच हजार से अधिक प्रस्तुतियां दीं. इसके साथ ही आम लोगों की बोली में जमीन से जुड़े उनके गीत प्रदेश, देश की सरहदें पार कर सात समुंदर पार तक जा पहुंचे |