गरियाबंद वनमंडल में तेंदुए की मौत का मामला , कुल्हाड़ी से काटकर किया गया पोस्टमार्टम |

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गरियाबंद / गरियाबंद वनमंडल में NTCA के गाइड लाइन के विपरीत मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम करने का मामला सामने आया है |   गरियाबंद जिले के पसरा गांव में कुएं में गिरने से मृत तेंदुए का पीएम करने के लिए कुल्हाड़ी का उपयोग किया गया, जबकि यह नियम विरुद्ध है। इस मामले में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ छत्तीसगढ़ ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। बता दें कि 10 फरवरी की रात गरियाबंद वन मंडल गाय के बछड़े का शिकार करते एक तेंदुआ कुएं में गिर गया , जिससे बछड़े और तेंदुए की पानी में डूबने से मौत हो गई थी |ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी।वन विभाग का अमला तेंदुए के शव को कुएं से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए ले गया। बताया जाता है कि पोस्टमार्टम के लिए तेंदुए की छाती वाले हिस्से में कुल्हाड़ी चलाई गई, जबकि पशु चिकित्सकों के मुताबिक तेंदुए के छाती की हड्डी खास तरह के चाकू से आराम से काटी जा सकती है। इसके लिए कुल्हाड़ी का उपयोग करने की जरूरत ही नहीं पड़नी चाहिए।

पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ, छत्तीसगढ़ कौशलेन्द्र सिंह के मुताबिक तेंदुए के पोस्टमार्टम के दौरान कुल्हाड़ी का उपयोग नहीं कर सकते। गरियाबंद वाली घटना में यदि पीएम के लिए कुल्हाड़ी का उपयोग किया गया है, तो यह नियम विरुद्ध है। मामले की जांच कराएंगे। बात सही निकली तो जिम्मेदारों के खिलाफ अनिवार्य रूप से कार्रवाई की जाएगी।