पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह ने भोपाल के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी पर मानहानि का मुकदमा
दायर कराया है | ज्ञात हो कि विकास तिवारी ने मुख्य सचिव के नाम भेजे गए पत्र में अमन सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की शिकायत की थी | साथ ही अमन सिंह की पत्नी यास्मिन सिंह की संविदा नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की थी | जिस पर राज्य शासन ने यास्मीन सिंह के खिलाफ प्रमुख सचिव रेणु पिल्लै को जांच का जिम्मा सौंपा है |
अमन कुमार सिंह और यास्मीन सिंह ने मानहानि मुकदमा दायर में इस बात का उल्लेख किया गया है कि विकास तिवारी ने राजनेतिक लाभ लेने के उददेश्य से अमन कुमार सिंह एवं यास्मीन सिंह के खिलाफ झुठी, निराधार, मानहानिकरक शिकायत मुख्य सचिव, छत्तीसगढ के समक्ष 10/04/2019 को प्रेषित की थी । उन्होंने आरोप लगाया है कि छवि धूमल करने के लिए झूठी और निराधार शिकायत की गई है | विकास तिवारी ने सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित किया तथा न्यूज चैनल के एक इंटरव्यू में झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाए, जिसका प्रसारण देशभर में किया गया | अमन कुमार सिंह ने यह आरोप लगाया है कि विकास तिवारी ने जानबूझकर झूठे आरोप लगाए हैं |
गौरतलब है की विकस तिवारी द्वारा जानबुझकर कर झुठे आरोप लगाए, जिससे अमन कुमार सिंह एवं यास्मीन सिंह को मान की हानी हो और उनकी मेहनत से बनाई छवि खराब हुई है | विकास तिवारी के उक्त अपराधिक कृत्य से आहत होते हुए अमन कुमार सिंह एवं यास्मीन सिंह ने विकास तिवारी के विरूध न्यायिक मजिस्ट्रेट भोपाल के समक्ष अपने अधिवक्ता श्रेय राज सक्सेना के माध्यम से धारा 499,500 भ.द.वी के अन्तर्गत प्रस्तुत किया है ।
