इन दोनों भाईयों पर 1100 वोल्ट तक के करंट बेअसर , लोग करंटमैन के नाम से जानते हैं |

0
4

उपेंद्र डनसेना रायगढ़. [Edited By: शशिकांत साहू] 

छत्तीसगढ़ में धरमजयगढ़ से 35 किमी कापू के पखनाकोट गांव में दो  अनोखे भाई रहते हैं । प्रभु और अनुज तिर्की दोनों भाई को आसपास के लोग करंटमैन के नाम से जानते हैं  |  इनका यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि, इन दोनों ही भाइयों पर करंट बेअसर है । कुछ वोल्ट के झटके ही जहाँ एक आम इंसान की जान लेने को काफी है |  ये दोनों भाई सब की तरह होते हुए भी सबसे अलग हैं, क्योंकि इनके शरीर में रेजिस्टेंस पॉवर इतना ज्यादा है कि इन्हें 11 हजार वोल्टेज का करंट भी महसूस नहीं होता है । यह गुण उनके भीतर बचपन से ही था, लेकिन इसकी पहचान उन्हें 8 और 10 साल की उम्र में हुई । दोनों भाई 11 हजार वोल्टेज की तार नंगे हाथों से पकड़ सकते हैं । इतना ही नहीं अपने हाथों से तार और बल्ब को आपस में जोड़ कर उसे जला भी सकते हैं ।

            इनकी इसी खूबी की वजह से पखनाकोट ग्राम पंचायत व आसपास के दर्जन भर गांव छोटे मोटे बिजली से संबंधित काम कर किसी तरह अपना जीवन बिता रहे हैं ।  अनुज तिर्की बताते है कि 8 साल की उम्र में उन्हें पहली बार पता चला कि उसे बिजली की तार से करंट नहीं लगता । इसके बाद उसके बड़े भाई प्रभू ने भी बिजली का तार छुआ,उसे करंट महसूस नहीं हुआ, जबकि उनके पिता रामसाय तिर्की व दोस्तों को बिजली के तार को छूने से करंट महसूस होने लगे । इसके बाद गांव के लोग उन्हें दूसरों से अलग बताने लगे । 

      हालांकि दोनों भाइयों को अपनी इस खास क्षमता की कीमत भी चुकानी पड़ रही है, दोनों भाई बड़ा से बड़ा बिजली का झटका तो आसानी से झेल जाते हैं |  सूरज की तेज किरणें इनके लिए बेहद नुकसानदायक है । लेकिन थोड़ी से धूप भी दोनों को जला देती है ।  सामान्य व्यक्तियों की तुलना में इन्हें गर्मी ज्यादा महसूस होती है । गर्मी के दिनों में दोनों सुबह 10 बजे के बाद घर से बाहर नहीं निकलते । धूप के संपर्क में आने से उनका स्किन जलने लगता है । इससे बचने के लिए वे पूरे दिन गीला कपड़ा शरीर पर लपेट कर रखते हैं, या फिर गीले कपड़े से बार-बार शरीर को पोंछते हैं ।  

11,000 वोल्ट के हाई वोल्टेज तार भी बेअसर 


       दोनों भाइयों का दावा तो यहां तक है कि, इन्होंने 11,000 वोल्ट के हाई वोल्टेज तारों को भी खुले हाथों से छुआ है । गांव वाले भी उनके इस दावे पर हामी भरते नजर आते हैं । हालांकि फिलहाल दोनों भाई एक हाथ में बिजली का तार और दूसरे हाथ में बल्ब पकड़ उसे जलाने का करतब आम लोगों को दिखाते रहते हैं । इतना ही नहीं घरों के सामने लगे बिजली के खम्भों पर चढ़ दोनों भाई खुले हाथों से ही उन तारों को छू लेते हैं, जिनमें 440 वोल्ट की बिजली दौड़ रही हो । इतनी बिजली किसी आम इंसान को एक झटके में मार सकती है । दोनों ही भाइयों को अपनी इस खूबी का पता तब चला जब उनकी उम्र 8 से 10 साल की थी |  करंट के संपर्क में आने के बाद भी जब दोनों को झटका नहीं लगा तो दोनों ने खेल-खेल में ही अपनी इस खूबी को आसपास के लोगों को बताया ।  
लाखों में से किसी एक के पास होती है क्षमता


अनूप और प्रभु तिर्की की यह खास क्षमता वैज्ञानिक शोध का विषय है । लेकिन जानकार कहते हैं कि दोनों के अंदर रेजिस्टेंट क्षमता दूसरों से काफी ज्यादा है, यही वजह है कि दोनों भाई बड़े से बड़ा झटका भी आसानी से झेल जाते हैं । वहीं कुछ जानकार इसके पीछे तर्क देते हुए कहते हैं कि, दोनों भाइयों के अंदर इलेक्ट्रॉन को रोकने की क्षमता होगी । यह क्षमता लाखों लोगों में से किसी एक के ही अंदर होती है । शरीर में रेजिस्टेंस पॉवर ज्यादा होने के कारण ऐसा होता है । हर इंसान की बॉडी में नैनो एम्पियर करंट का फ्लो होता है । यह हार्ट के नजदीक एसएन नोड के रूप में होते हैं ।  डॉ मीतेश सिन्हा, प्रो. न्यूरो फिजियोलॉजी के मुताबिक  कुछ लोगों की त्वचा में जन्म से एक्राइन स्वेद ग्रंथि (पसीना ग्रंथि) नहीं होते । इसकी वजह से हाई वोल्टेज करंट के संपर्क में आने से भी उन्हें करंट महसूस नहीं होता । यह हमारे शरीर में 20 से 40 लाख तक होती हैं । यह शरीर में पानी और लवणों की मात्रा को संतुलित बनाए रखता है ।