फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के मुस्लिम डिलीवरी बॉय फैयाज ने कहा कि वह धार्मिक भेदभाव की घटना से आहत हुए हैं | दरअसल, मध्य प्रदेश के जबलपुर के निवासी अमित शुक्ला ने अपना ऑर्डर कैंसल कर दिया था क्योंकि उनका राइडर एक गैर-हिंदू था | अमित शुक्ला ने ट्विटर पर लिखा, जोमैटो पर एक ऑर्डर कैंसल किया, उन्होंने गैर-हिंदू डिलीवरी बॉय भेजा था | उन्होंने मुझसे कहा कि वे डिलीवरी बॉय को नहीं बदल सकते हैं और ना ही रिफंड कर सकते हैं | इस पूरे मामले के बारे में मुस्लिम डिलीवरी बॉय फैयाज ने कहा कि उन्होंने कस्टमर को उनके घर की लोकेशन जानने के लिए फोन किया था, लेकिन जब कॉल उठी तो शख्स ने उन्हें बताया कि उन्होंने ऑर्डर कैंसल कर दिया है |
जोमैटो डिलीवरी बॉय ने इस पूरे मामले पर दुख जताया | उन्होंने कहा हां आहत तो हुए हैं | अब क्या बोलेंगे सर, अब लोग जैसा बोलेंगे सही है, इस पर क्या कर सकते हैं | गरीब लोग हैं इसलिए सहना पड़ेगा | लेकिन दूसरी तरफ अमित शुक्ला को अपने बर्ताव पर कोई अफसोस नहीं है | अमित ने कहा, क्या भारत के विचार में मेरी अभिव्यक्ति की आजादी और धर्म शामिल नहीं है | अभी सावन का पवित्र महीना चल रहा है और यह मेरी निजी पसंद का मामला है | जोमैटो ने अमित को करारा जवाब देते हुए लिखा था कि खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना खुद एक धर्म है |
वही बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने अमित शुक्ल का बचाव करते हुए कहा है की अगर बहस करनी है, धारा 370 और कश्मीर में पत्थरबाजी पर करें। मीडिया जानबूझकर इस मुद्दे को तूल दे रहा है। रामेश्वर शर्मा ने कहा है की यह व्यक्तिगत इच्छा की बात है,कि कौन किसके हाथ से खाये या न खाये। जब कानून में राष्ट्रगान गाने की बाध्यता नहीं है तो खाने की कैसे है ।