वाराणसी,— युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने 19-20 जुलाई के बीच वाराणसी में “नशा मुक्त युवा – विकसित भारत” विषय पर युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया। इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्यक्रम मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने युवाओं से नशे से दूर रहने और नशा मुक्त भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में डॉ. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2022 को “2047 तक विकसित भारत” का जो सपना रखा, उसे साकार करने के लिए युवाओं की भूमिका अहम है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे गुलामी की मानसिकता को त्यागकर अपनी संस्कृति और विरासत को आत्मसात करें।
मंत्री मांडविया ने कहा, “हम दुनिया के सबसे युवा राष्ट्र हैं। 65% आबादी 35 वर्ष से कम है। यह शक्ति अगर नशे से मुक्त, फिट, संस्कारी और राष्ट्रभक्त होगी, तभी भारत सशक्त राष्ट्र बन पाएगा।” उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे कम से कम 5 लोगों को नशा मुक्ति अभियान से जोड़ें, ताकि यह एक जनआंदोलन बन सके।
सम्मेलन में सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने भी युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि नशा मुक्त भारत केवल सरकार की योजना नहीं, बल्कि यह अब जनजागरण का आंदोलन बन गया है।
युवाओं ने भी इस पहल को सराहा और कहा कि अगर युवा मिलकर ठान लें तो नशा जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
