सदन में यूपी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश किया. इस दौरान सदन में 6.15 लाख करोड़ रुपये भारी भरकम बजट पेश किया.
आबकारी शुल्क से 49 हजार करोड़ प्राप्ति का लक्ष्य
यूपी सरकार का इस बार का बजट 6,15,518.97 करोड़ रुपये का है. वहीं, 81,177 करोड़ रुपये के राजकोषीय घाटे का अनुमान है, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) का 3.96 फीसदी है. इस बार के बजट में आबकारी शुल्क से राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य 49,152 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है.
कोरोना से किया मुकाबला
इस दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कोरोना महामारी से मजबूती से लड़े हैं. अपराध के लिए जीरो टोलरेंस नीति अपनाई गई है. गन्ना किसानों को रिकॉर्ड भुगतान किया गया. यूपी किसानों को भुगतान करने के मामले में देश मे पहले नंबर पर है.
3 जून को इन्वेस्टर्स समिट
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य में जनता को 1 करोड़ 41 लाख बिजली के मुफ्त कनेक्शन दिए गए हैं. यूपी में 3 जून को इन्वेस्टर्स समिट होने जा रहा है.
पिछले बार से बड़ा होगा बजट
पिछला बजट 5,50,270.78 करोड़ रुपये का था. सुरेश खन्ना ने बुधवार को बजट को अंतिम रूप दिया. सदन में पेश किए जाने से पहले बजट को कैबिनेट की बैठक में पास किया गया. सूत्रों का कहना है कि इस बजट में संकल्प-पत्र के वादों को पूरा करने पर ध्यान दिया गया है. ज्यादातर वादों पर अमल की घोषणा किसी न किसी रूप में किए जाने की उम्मीद है.
