कैराना / उत्तरप्रदेश में माफिया राज ख़त्म करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दबंगों पर डंडे बरसाना जारी रखा है। ताजा मामला कैराना से पूर्व सांसद तबस्सुम हसन और समाजवादी पार्टी से उनके विधायक बेटे नाहिद हसन सहित 38 अन्य समर्थकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। शामली के कैराना पुलिस स्टेशन में सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश है। पुलिस में दर्ज एफआईआर में विधायक को गैंग लीडर बताया गया है।
कैराना के एसएसओ प्रेमवीर राणा द्वारा दर्ज FIR में कहा गया है कि इलाके में इस गैंग का आतंक फैला हुआ है। गैंगस्टर और उनके गुंडे – बदमाशों के डर के मारे लोग उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का साहस नहीं जुटा पाते हैं। उधर 50 वर्षीय पूर्व सांसद तबस्सुम हसन ने कहा कि “यह एफआईआर उनके खिलाफ रची गई एक साजिश है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर कई आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी के लिए चिंता जताने और सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से लड़ने के लिए वे कानून की मदद लेंगे।”
ये भी पढ़े : 50 हजार किमी का सफर तय कर रायपुर पहुंचे जैनाचार्य महाश्रमण, परंपरागत स्वागत के साथ मर्यादा महोत्सव की धूम, अहिंसा यात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से आ रहे श्रद्धालु, कोविड -19 के नियमों के पालन के साथ ही हफ्तेभर तक कई कार्यक्रम, देखे वीडियो
साल 2018 के उपचुनाव में राष्ट्रीय लोक दल की तबस्सुम हसन 2014 के बाद से लोकसभा में प्रवेश करने वाली उत्तर प्रदेश की पहली मुस्लिम उम्मीदवार बनीं थी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मृगांका सिंह को हराया था। 2009 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने BSP का दामन थाम लिया था। इस दौरान उन्होंने मृगांका के पिता और भाजपा के वरिष्ठ नेता हुकुम सिंह को हराया था। हालांकि साल 2019 के चुनाव में भाजपा के प्रदीप चौधरी ने उन्हें मात दी थी। तबस्सुम का 32 वर्षीय बेटा विधायक है।