
नई दिल्ली जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर विवादों में आ गई, जब एक यात्री को परोसी गई दाल में कीड़ा मिला। यह घटना ट्रेन नंबर 22440 में हुई, जहां यात्री कोच C3 की सीट 53 पर सफर कर रहा था। उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कीड़े की तस्वीर साझा की, जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गई। इस घटना ने एक बार फिर वंदे भारत एक्सप्रेस की खाद्य गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रेलवे ने अपने आधिकारिक हैंडल @RailSeva के माध्यम से तत्काल माफ़ी जारी करते हुए खेद जताया। लेकिन यात्रियों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस पर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि माफ़ी पर्याप्त नहीं है, जवाबदेही ज़रूरी है। बीते एक साल में वंदे भारत ट्रेनों में यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले सांभर और करी में कीड़ा और मरी हुई छिपकली मिलने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिससे यात्रियों का भरोसा लगातार टूट रहा है।
यात्रियों ने रेलवे की केटरिंग सेवा की निगरानी पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रीमियम ट्रेनों में इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मनाक और चिंताजनक हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खाद्य आपूर्ति ठेकेदारों की जवाबदेही तय होनी चाहिए और केटरिंग कर्मचारियों को स्वच्छता और गुणवत्ता नियंत्रण पर नियमित प्रशिक्षण मिलना चाहिए।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि तकनीकी रूप से उन्नत ट्रेनें भी यात्रियों की बुनियादी जरूरतें—स्वच्छ खाना और सुरक्षित सफर—पूरी नहीं कर पा रही हैं। अब देखना यह है कि रेलवे इस पर कार्रवाई करता है या फिर यह माफ़ी के शोर में दबकर रह जाएगा।