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छत्तीसगढ़ में काम में जुटे मजदूर, कार्यस्थल पर शारीरिक दूरी और स्वच्छता संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मनरेगा कार्यों का संचालन, लॉक-डाउन के बीच ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने की कोशिश

रायपुर /  राज्य और केन्द्र शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मनरेगा कार्यों में शारीरिक दूरी, मास्क और स्वच्छता संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करवाया जा रहा है। कोविड-19 के नियंत्रण के लिए देशव्यापी लॉक-डाउन के बीच ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए प्रदेश में मनरेगा कार्यों का संचालन लगातार जारी है। जांजगीर-चांपा जिले में इन कार्यों में 46 हजार 423 ग्रामीणों को रोजगार मिला हुआ है। मनरेगा के अंतर्गत वहां के 347 ग्राम पंचायतों में एक हजार 155 काम शुरू किए गए हैं। लॉक-डाउन के दौरान श्रमिकों को तीन करोड़ 23 लाख रूपए का मजदूरी भुगतान भी किया गया है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के स्थानीय अमले द्वारा जांजगीर-चांपा जिले के सभी नौ विकासखंडों में ग्रामीणों की मांग पर मनरेगा के तहत काम उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके माध्यम से रोजगार के साथ ही गांवों में परिसंपत्तियों का निर्माण भी हो रहा है। मनरेगा में अभी सिंचाई विस्तार, जल संरक्षण और जल संचय के लिए तालाब गहरीकरण, नहरों व बांधों का निर्माण, मरम्मत और तटबंध के कार्य किए जा रहे हैं। चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा श्रमिकों को प्रतिदिन 190 रूपए की मजदूरी दी जा रही है।

कार्यस्थल पर मौजूद मैट के ‌द्वारा मास्क के उपयोग, हाथ धुलाई और शारीरिक दूरी बनाए रखने के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करवाया जा रहा है। श्रमिकों को सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छता, मुंह ढंकने और संक्रमण रोकने के उपायों के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है। मनरेगा के तहत जांजगीर-चांपा जिले में नवागढ़ जनपद पंचायत के 50 ग्राम पंचायतों, सक्ती के 46, बम्हनीडीह के 45, अकलतरा के 36, पामगढ़, डभरा और जैजैपुर के 35-35, बलोदा के 34 तथा मालखरौदा के 29 ग्राम पंचायतो में कुल एक हजार 155 कार्य प्रगति पर हैं। मनरेगा प्रभारी और सहायक परियोजना अधिकारी कार्यस्थलों का नियमित निरीक्षण कर सभी दिशा-निर्देशों और मानकों का पालन करवा रहे हैं। 

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