नई दिल्ली / दुनिया के कई राष्ट्र कोरोना वायरस के टीके के जरिए इस महामारी को मात देने की सोच रहे हैं, इसलिए अगले वर्ष तक विश्व के सामान्य स्थिति में वापसी के लिए उम्मीदें अधिक हैं। कोरोना वायरस रोग ने दुनिया भर में 80 मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और 1.76 मिलियन मारे गए हैं।रिपोर्ट के अनुसार मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक और नया नियम आने की संभावना है, जोकि वैक्सीन पासपोर्ट होगा। मिली जानकारी के अनुसार, यह एक मोबाइल ऐप होगा, जिसमें किसी भी शख्स के कोरोना वायरस टेस्ट की जानकारी होगी। इसका प्रयोग कॉन्सर्ट वेन्यू, स्टेडियम, मूवी थिएटर, कार्यालय या यहां तक दूसरे देशों में जाने के लिए एक पासपोर्ट की तरफ होगा।

इसे देखते हुए कई कंपनियों ने अब स्मार्टफोन एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर विकसित करना शुरू कर दिया है, जो व्यक्तियों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सूचनाओं को इनपुट करने में सक्षम बनाएगा। कॉमन ट्रस्ट नेटवर्क – जिनेवा-आधारित नॉट-फॉर-प्रॉफिट की एक पहल, द कॉमन्स प्रोजेक्ट और द वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम – ने कॉमनपास ऐप को विकसित करने के लिए कई साझेदारी की है। एप्लिकेशन उपयोगकर्ताओं को एक COVID-19 परीक्षण के परिणामों, पंजीकृत अस्पताल या क्लिनिक द्वारा टीकाकरण के प्रमाण जैसे इनपुट जानकारी की अनुमति देता है। तब एप्लिकेशन कथित तौर पर एक क्यूआर कोड बनाता है, जो प्रमाणित करता है कि उपयोगकर्ता यात्रा करने के लिए सुरक्षित है या नहीं।

इसी तरह, आईबीएम भी डिजिटल हेल्थ पास को विकसित करने के काम में कड़ी मेहनत कर रहा है – एक ऐसा ऐप जो कंपनियों या इवेंट आयोजकों को स्थानों, टीकाकरण रिकॉर्ड, तापमान जांच और आरटी-पीसीआर परीक्षा परिणामों जैसे स्थानों में प्रवेश के लिए आवश्यक मानदंडों को अनुमति देता है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी नवंबर में घोषणा की, कि वह IATA ट्रैवल पास विकसित कर रहा था जोकि डिजिटल हेल्थ पास रिकॉर्डिंग करने वाले यात्रियों की मेडिकल जानकारी के रूप में कार्य करेगा।

जानकारी के मुताबिक, यह एक मोबाइल ऐप होगी, जिसमें हमारे कोरोना टेस्ट रिपोर्ट की जानकारी होगी | इसे हमारी यात्रा के दौरान अनिवार्य कर दिया जाएगा | इसके अलावा कॉन्सर्ट वेन्यू, मूवी थिएटर, दफ्तर आदि में भी अनिवार्य रूप से लागू कर दिया जाएगा | यहां तक कि इसे विदेश यात्रा के दैरान भी पासपोर्ट की तरह अनिवार्य रूप से लागू कर दिया जाएगा | इसे एक तरह का डिजिटल हेल्थ पास कहा जा सकता है | कई कंपनियों में इसके लिए स्मार्टफोन ऐप और सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग का काम शुरू है चुका है | कॉम ट्रस्ट नेटवर्क और आइबीएम जैसी कई कंपनियों ने इस दिशा में पहले ही काफी काम पूरा कर लिया है | डब्ल्यूएचओ ने कई देशों के सुझाव पर कहा है कि वैक्सीन पासपोर्ट का उपयोग लोगों को उनकी वर्कप्लेस और एक देश से दूसरे देश की यात्रा के दौरान प्रयोग किया जा सकता है |
