रायगढ़ / छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है | यहां प्रेमी के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रही युवती ने जन्म देने के 5वें दिन ही नवजात का गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को तालाब में फेंक दिया। वारदात छिपाने के लिए युवती ने बच्चा चोरी होे जाने की बात को लेकर हंगामा भी किया। हालांकि संदेह होेने पर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। युवती पहले ही गर्भपात कराना चाहती थी, लेकिन बच्चे को लेकर युवक के परिवार वाले काफी खुश थे। लैलूंगा थाना पुलिस ने आरोपी युवती को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार लैलूंगा क्षेत्र के ग्राम रामपुर में रहने वाली 23 वर्षीय मोनिका भगत ने बाइक सवार द्वारा नवजात को छिनने का आरोप लगाकर बताया कि वह तालाब से लौट रही थी। तभी अनजान बाइक सवार ने उसके बच्चे को छीन लिया। इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी। शुरूआत में पुलिस खेमराज को संदेही मान रही थी। लेकिन, इस बीच पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस की जांच में पता चला कि खेमराज घटना के दिन छेरछेरा पर्व मनाने अपने गांव गया था। तब महिला की गतिविधियों पर संदेह हुआ। पुलिस इस गंभीर मामले की जांच में उलझी हुई थी। तभी रविवार को गांव के तालाब में नवजात बच्चे की लाश मिलने से मामले में नया मोड़ आ गया। शव मिलने की खबर मिलते ही पुलिस गांव पहुंची। इस दौरान पुलिस की जांच व ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि छेरछेरा पर्व के दिन संदेही महिला अपने नवजता बच्चे को लेकर गई थी। इसके बाद से ही बच्चा गायब हुआ है।
पुलिस ने खेमराज से पूछताछ कर जानकारी जुटाई। खेमराज ने बताया कि दोनों का प्रेम प्रसंग होने के बाद वह गांव में रह रहे थे, लेकिन मोनिका आए दिन रायगढ़ लौटने का दबाव बनाती थी। वह गांव से बाहर न रह पाने की असमर्थता जाहिर कर रहा था। इस बात पर दोनों के बीच पिछले कई महीनों से मनमुटाव चल रहा था। इसी बात से नाराज मोनिका ने नवजात को गोद में लिटा कर कंबल से मुंह दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद ही घर से 40 मीटर दूर स्थित तालाब में शव फेंक दिया।