कानपूर : पुलिस की एक इंस्पेक्टर अपने थाने में रोजाना अपराधों के अलावा घरेलू हिंसा के मामलों को चुटकी में सुलझा लिया करती थी | लेकिन अब वो जिंदगी और मौत से जूझ रही है | इस इंस्पेक्टर ने अपने दौर में हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही समुदायों को उस समय हैरत में डाल दिया था जब उसकी प्रेम कहानी सामने आई थी |उसने एक ब्राह्मण परिवार के लड़के से प्रेम विवाह किया था |
इंस्पेक्टर रिहाना की पारिवारिक जिंदगी चंद महीनो बाद गृह कलह से घिर गई|उसने अचानक आत्महत्या का कदम उठा लिया|पुलिस सूत्रों से ही अब ये बात भी सामने आ रही है कि पति -पत्नी दोनों के बीच कई बार झगड़े हो चुके थे|जहर खाने से पहले रिहाना और उसके पति दोनों के बीच लड़ाई हुई थी |

आमतौर पर जब कोई किसी विवाद में पड़ता है तो वह शिकायत से निज़ात पाने के लिए पुलिस की शरण में जाता है | लेकिन जब पुलिस वाले ही तनाव में आत्महत्या जैसा जघन्य कदम उठाने लगें तो आप क्या कहेंगे | ऐसा ही कुछ हुआ है, कानपुर देहात थाना की महिला थाना इंचार्ज के साथ, जो खुद एक इंस्पेक्टर होते हुए अपने ही घर के क्लेश को नहीं सुलझा पाईं | उसने घरेलू कलह के चलते मौत को गले लगाने का फैसला कर लिया |

कानपुर देहात पुलिस के अकबरपुर तहसील में महिला थाने में जाते ही लोग हैरत में पड़ जाते है | उन्हें जब यह पता चलता है कि महिला अपराध और घरेलू कलह के विवाद को सुलझाने का जिम्मा जिस थाना प्रभारी रिहाना यास्मीन खातून के कंधों पर था उन्होंने खुद ही अपनी जिंदगी से तंग आकर मौत को गले लगाने का फैसला किया |
बताया जाता है कि कानपुर पुलिस लाइन में रहने वाली इंस्पेक्टर ने घर में ही आत्महत्या का कदम उठाया है | इस खबर के बाद लाइन के पुलिसकर्मियों ने फ़ौरन उस घर का रुख किया|गंभीर हालत में उन्होंने रिहाना को साथ लेकर अस्पतालों के चक्कर काटे|पहले वे जिला अस्पताल गए | रिहाना की हालत देर रात बिगड़ने लगी|फिर उसे यहाँ से कानपुर हैलेट हॉस्पिटल ले जाने का फैसला किया |बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स ने जहर की पुष्टि करते हुए हालत नाजुक होना बताया है |