पटना / बिहार में एनडीए सरकार के पुर्नागमन और नीतीश कुमार के सातवीं बार शपथ लेने का मामला आरजेडी और महागठबंधन के नेताओं के गले नहीं उतर रहा है | इस हार के लिए अब कांग्रेस को जवाबदार बताया जा रहा है | आरजेडी के नेता तो खुलकर गाँधी परिवार पर हमला कर रहे है | महागठबंधन की हार के लिए दोषारोपण का सिलसिला तेज होते ही राहुल -प्रियंका और सोनिया गाँधी पर निशाना साधा जा रहा है | राजद व अन्य पार्टियों ने हार के लिए सिर्फ कांग्रेस को ही दोषी ठहराया है। राजद नेता शिवानंद तिवारी का कहना है, बिहार में प्रचार के वक्त राहुल-प्रियंका पिकनिक मना रहे थे। उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस में जहाँ खलबली मची है, वही बीजेपी चुटकी ले रही है।
कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार में चुनाव अपने चरम पर था, तब राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ शिमला में पिकनिक मना रहे थे। क्या पार्टी ऐसे चलती है? कांग्रेस जिस तरह से चुनाव लड़ रही है, उससे बीजेपी को ही फायदा पहुंचा रही है।’ उधर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल और तारिक अनवर के बयानों के बाद कांग्रेस में सियासी उठापटक फिर शुरू हो गई है | दोनों ही नेता बिहार में करारी हार को लेकर कांग्रेस आलाकमान पर उंगलियां उठा रहे है | आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी के राहुल – प्रियंका पर हमले के बाद बीजेपी भी चुटकी लेने में पीछे नहीं है | उसने राहुल गाँधी को ‘नॉन सीरियस और पर्यटक राजनेता’ बताया है |
भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने शिवानंद तिवारी के एक वीडियो को रिट्वीट करते हुए कांग्रेस पर चुटकी ली है। गिरिराज ने लिखा कि ‘राहुल गांधी जी के बारे में बिहार में महागठबंधन के सहयोगी पार्टी आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि राहुल गांधी नॉन सीरियस पर्यटक राजनेता है। शिवानंद जी तो राहुल जी को ओबामा से ज़्यादा जानने लगे हैं। फिर भी कांग्रेस चुप क्यों?’ इधर राहुल – प्रियंका पर हमले तेज होने के बाद कांग्रेस ने नेताओं को गठबंधन धर्म की याद दिलाई है | राहुल पर वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने शिवानंद तिवारी पर पलटवार करते हुए उन्हें गठबंधन धर्म की नसीहत दी है।
कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा है कि राजद नेता शिवानंद तिवारी पर लगाम लगाएं, तेजस्वी यादव, कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को लेकर गिरिराज सिंह और शाहनवाज हुसैन जैसी भाषा राजद नेता का बोलना हमें स्वीकार नहीं। गठबंधन का धर्म होता है, जिसका सभी पक्षों को पालन करना चाहिए। आरजेडी के अलावा वाम दलों ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है | चुनाव परिणामों के बाद लेफ्ट पार्टियों की तरफ से भी सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस पर हमला किया गया था। महागठबंधन में शामिल सीपीआई-एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी को ज्यादा सीटें मिली होतीं तो फाइनल नतीजे कुछ और होते। फ़िलहाल बिहार में सत्ता गवाने के बाद महागठबंधन में फूट के आसार भी नजर आने लगे है |