छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री का होगा DNA टेस्ट ? निलंबित डिप्टी कलेक्टर सौम्या चौरसिया ने भू-पे के खिलाफ खोला मोर्चा, कह दी बड़ी बात, जेल में बंद घोटालेबाजों से EOW की पूछताछ जारी, आधी रात हंगामा…

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया चर्चा में है। 600 करोड़ के कोल खनन परिवहन घोटाले में प्रमुख आरोपियों में से एक सौम्या चौरसिया पिछले 15 माह से जेल की हवा खा रही है। सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। कई महीनों से रिहाई का इंतजार कर रही निलंबित डिप्टी कलेक्टर इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल पर बिफरी हुई है।

मामला उनकी जमानत याचिका और EOW की पूछताछ से जुड़ा हुआ है। सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि पिछले दो दिनों से सेंट्रल जेल के महिला वार्ड में हंगामा बरपा है। महिला वार्ड में सौम्या ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जहां घंटों नारेबाजी की वहीं भू-पे बघेल को भी नही बक्शा। उसने चेतावनी तक दे डाली कि यदि उसे फंसाया गया तो वो पूर्व मुख्यमंत्री का पर्दाफाश कर देगी। उसने दो जुड़वा बच्चों के पिता का DNA टेस्ट कराने कि भी मांग की, हालाकि उसे समझा-बुझा कर शांत भी किया गया।

बावजूद इसके सौम्या का गुस्सा सातवें आसमान पर बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक जेल में EOW की कुछ चुनिंदा आरोपियों से पूछताछ को लेकर सौम्या चौरसिया भड़की हुई बताई जा रहीं है। यह भी बताया जाता है कि पिछले 2 दिनों से आधी रात भी हंगामा कर उसने कई कैदियों की नींद हराम कर दी है। जेल प्रबंधन उस पर काबू पाने में जुटा है। लेकिन समाचार लिखे जाने तक उसे आराेपी सौम्या चौरसिया को नियंत्रित करने में कोई कामयाबी नही मिल पाई है। उसपर जेल एक्ट का पालन कराने को लेकर जोर आजमाइश का दौर जारी बताया जा रहा है।

सूत्र बताते हैं कि हंगामें की शुरूवात उस समय हुई जब 29 मार्च 2024 को EOW की टीम कोल खनन परिवहन घोटाले की जांच को लेकर आरोपियों से पूछताछ में जुटी थी। बताया जाता है कि कोर्ट के निर्देश पर घोटाले की जांच को लेकर आरोपियों का बयान भी दर्ज किया जा रहा है। इस सिलसिले में सेंट्रल जेल पहुंची EOW की खबर लगते ही सौम्या चौरसिया ने जेल अस्पताल में जमकर बखेड़ा खड़ा कर दिया। उसने पहले बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की फिर पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल पर जमकर भड़ास निकाली।

उसने यह तक कह डाला कि उसके कब्जे में जो दो जुड़वा छोटे बच्चे हैं, उनका DNA परिक्षण करा कर देख लिजिए। इसके साथ ही दाऊ जी का भी कराकर देख लिजिए, बड़ा खुलासा होगा ? उसने यह भी कहा कि बीते डेढ़ साल में ,उसकी मां 4 बार फरियाद लेकर पूर्व मुख्यमंत्री के आवास में पहुंची थी, लेकिन उसकी कोई सुध नही ली गई।पूर्व मुख्यमंत्री के आवास में नियुक्त कर्मियों ने उसके परिजनों को चलता कर दिया। उसके बच्चों को बंगले से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। बताया जाता है कि शुक्रवार देर रात तक जेल अस्पताल में सौम्या का हंगामा चलता रहा। उसे शांत करने के लिए जेल कर्मियों को जमकर पसीना बहाना पड़ा। रात तो जैसे तैसे निकल गई, लेकिन शनिवार सुबह भी सौम्या के रूख में जेल कर्मियों को कोई बदलाव नजर नही आया। वो कभी अस्पताल के भीतर तो कभी बाहर चीखती चिल्लाती नजर आई।

रायपुर सेंट्रल जेल में सौम्या का हंगामा बरपा है। कोल खनन परिवहन घोटाला, शराब घोटाला और महादेव ऐप घोटाले को लेकर EOW की टीम कई इन दिनों कई आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है। लेकिन सौम्या चौरसिया से पूछताछ के दूर-दूर तक कोई आसार नजर नही आ रहे हैं। EOW की पूछताछ सूची में उसका नाम ना होने से सौम्या चौरसिया बिफर गई है। उसे अंदेशा है कि जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है वो सारे घोटाले का ठीकरा उस पर फोड़ सकते हैं। जबकि तमाम भ्रष्टाचार और घोटाले पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे के संज्ञान और निर्देशों के तहत अंजाम दिए गए थे। जेल के भीतर कई बंदियों को सौम्या ने अपनी आप-बीती सुनाई। उसके मुताबिक तत्कालीन मुख्यमंत्री भू-पे के निर्देश पर ही वो सभी कार्यों को क्रियान्वित करती थी।मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देशों के तहत ही कई कारोबारी और अधिकारी घोटालों को अंजाम दे रहे थे।

भू-पे बघेल ने सभी अफसरों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया था। लेकिन जेल की चार दीवारी के भीतर भेजे जाने के बाद भू-पे बघेल अपने वादों से पलट गए हैं। जेल में बंद रहने के बावजूद उसकी सुध तक नही ली जा रही है। जबकि वो पूर्व मुख्यमंत्री बघेल से जारी निर्देशों के पालन में जुटी थी। सूत्र बताते हैं कि आरोपी सौम्या चौरसिया ने भू-पे बघेल और उनके पुत्र चैतन्य बघेल पर भी लेनदेन से जुड़े कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनकी असलियत जाहिर करने की धमकी भी दी है।

सूत्रों के मुताबिक बीते दो दिनों से सौम्या चौरसिया ने महिला जेल में अच्छा खासा हंगामा खड़ा कर दिया है। वो सुबह से लेकर रात तक कभी भू-पे को कोस रही है तो कभी उन अधिकारियों को, जिन्होंने कांग्रेस के सत्ता से हटते ही बीजेपी का दामन थाम लिया है। उसे अंदेशा है कि यही अधिकारी उसकी जमानत पर रोड़ा अटका रहे हैं।जेल सूत्र बताते हैं कि गुरूवार और शुक्रवार की रात सौम्या ने जमकर उत्पात मचाया। उसने आम बंदियों की नींद हराम कर दी, मौके पर मौजूद रहे सूत्रों को अंदेशा है कि भू-पे और सौम्या के बीच खींचतान शुरू हो गई है। मौजूदा समय सौम्या को खुद के फंसने और भू-पे बघेल समेत अन्य अफसरों के बच निकलने का अंदेशा सता रहा है। उसका मानना है कि कानूनी दांवपेचों के चलते नेता और कारोबारियों को लगातार जमानत प्राप्त हो रही है, लेकिन उसे दूर-दूर तक कोई राहत नही मिल पा रही है। इसका दोष वो भू-पे बघेल और रिटायर्ड IAS आरोपी अनिल टुटेजा पर मढ़ रही है।

उधर EOW की टीम ने लगातार दूसरे दिन भी रायपुर सेंट्रल जेल में बंद घोटाले के आरोपियों से पूछताछ जारी रखी, लगभग 10-10 घंटों तक पूछताछ कर EOW ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां इकट्ठा की है, नए खुलासे के आसार हैं। EOW की टीम 3 अप्रैल तक उन आरोपियों से पूछताछ करेगी जिनकी अनुमति कोर्ट द्वारा प्रदान की गई है। पूछताछ के पहली दौर में सौम्या को षडयंत्र की बू आ रही है। उसे अंदेशा है कि सारे घोटालों का ठीकरा सिर्फ अधिकारियों पर फोड़ा जा रहा है।

लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे को कानूनी कार्यवाहियों में बचाया जा रहा है। सौम्या चौरसिया कोल खनन परिवहन घोटाले में 3 दिसंबर 2022 को रायपुर सेंट्रल जेल में निरुद्ध की गई थी। पिछले 15 माह से वो जेल की हवा खा रही है। बताते हैं कि कांग्रेस शासनकाल में उसे जेल के भीतर वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा था। लेकिन बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद सौम्या को उपलब्ध वीआईपी सुविधा हटा ली गई है।

अब उसके साथ भी आम बंदियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।सूत्र बताते हैं कि उसके कमरे से एसी, पलंग, गद्दे और अन्य सुख सुविधा का सामान हटा लिया गया है। जेल प्रशासन ने आम बंदियों की तर्ज पर उसे भी 2 चादर और 2 कंबल देकर जमीन में सोने के लिए स्थान सुनिश्चित किया है। इन दिनों सौम्या को आम बंदियों की तर्ज पर जेल मैन्युअल का पालन कराया जा रहा है। उसकी मोबाइल की मांग को भी दरकिनार कर दिया गया है।

सूत्रों का दावा है कि आने वाले दिनों आरोपी सौम्या चौरसिया पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल के खिलाफ बतौर सरकारी गवाह अपना बयान भी दर्ज करा सकती है,इसके लिए कानूनी विकल्पों को तलाशने में जोर शोर से जुटी हुई है। सौम्या के हंगामे से जुड़ी खबर की पुष्टि को लेकर न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ ने जेल प्रशासन से संपर्क किया लेकिन गोपनीयता का हवाला देकर जेल अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। जबकि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे की ओर से कोई प्रतिक्रिया नही मिल पाई है। वे चुनावी कार्य में व्यस्त बताए गए।