कोरोना की दूसरी लहर भी होगी खतरनाक ? फेस वन में कोरोना वायरस का कहर इतना खतरनाक तो फेस टू कितना घातक, कब खत्म होगा कोरोना ? दूसरी लहर ठंड के मौसम में आने का अंदेशा

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दिल्ली वेब डेस्क / भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद डॉक्टर्स और वैज्ञानिक इसके बारे में अभी बहुत कुछ बताने की स्थिति में नहीं नज़र आ रहे है | ना तो अब तक इस बात की जानकारी मिल पाई है कि कोरोना का पहला दौर कब तक चलेगा | यही नहीं वायरस का प्रभाव शरीर में कब तक रहेगा | और तो और ना ही ये पता चल पाया है कि कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद शरीर में इम्युनिटी कितने दिनों तक बनी रहती है | इसके अलावा यह भी साफ़ नहीं हो पाया है कि ठीक होने के बाद दोबारा संक्रमित होने का कितना खतरा होता है |

भारत के तमाम राज्यों ने अब लॉकडाउन हटाने की प्रकिया भी धीरे-धीरे शुरू कर दी है | ऐसे में इस बात की चर्चा भी सामने आ रही है कि देश में अभी संक्रमण का पहला दौर है | आशंका जताई जा रही है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर भी आ सकती है | हालाँकि कुछ एक्सपर्ट कहते है कि पूरी तरह से लॉकडाउन खोलना अभी जल्दबाजी होगी | जबकि कुछ जानकारों की राय है कि गिरती अर्थव्यवस्था को रोकने के लिए लॉकडाउन पूरी तरह से खोलना जरूरी है |

उधर बताया जा रहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर का मतलब घटते मामलों के बीच संक्रमितों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी होना है | उनकी दलील है कि जहां अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं वहीं विश्व के कई देशों में इसके मामले तेजी से घट भी रहे हैं | यही संक्रमण की ‘पहली लहर’ के खत्म होने का संकेत हो सकता है | संक्रमण की दर फिर से बढ़ने पर यह ‘दूसरी लहर’ का संकेत होगा | WHO ने भी कोरोना की दूसरी लहर आने की चेतावनी दी है | उसके मुताबिक महामारी जितनी लंबी चलेगी, उतनी ही अधिक इसकी लहरें आने की संभावना है |

कुछ हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि लॉकडाउन को अगर पूरी योजना के साथ एक तरीके से नहीं हटाया गया और लोग एक जगह से दूसरी जगह यात्रा करते रहे तो कोरोना वायरस फिर फैल सकता है और इसकी दूसरी लहर जल्द आ सकती है | भारत में भी हवाई और सड़क मार्ग में यात्राओं में छूट मिलने के बाद कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है | Centers for Disease Control and Prevention के पूर्व अधिकारी अली खान बताते है कि कोरोना की दूसरी लहर में एक साथ कई चीजें हो सकती हैं, इसका प्रकोप कम और कुछ अजीब तरीके से हो सकता है |

स्वास्थ्य अधिकारी लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद, संक्रमण के बढ़ते मामलों पर नजर बनाए हुए हैं, जो कोरोना वायरस की दूसरी लहर भी हो सकती है | अमेरिका के सीडीसी के निदेशक, डॉक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज के निदेशक डॉक्टर एंथोनी फौसी समेत कई हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर ठंड के मौसम में आ सकती है | अगर कोरोना वायरस की दूसरी लहर आती है तो इसका फैलना कई बातों पर निर्भर करता है जैसे कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का कितना पालन कर रहे हैं और कितने लोग मास्क लगा रहे हैं |

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इसके अलावा यह कोरोना की टेस्टिंग की गति पर भी निर्भर करेगा | हांगकांग और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की एक संयुक्त स्टडी और कंप्यूटर मॉडल के अनुसार बिना मास्क की तुलना में अगर 80 फीसदी आबादी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहन कर निकले तो संक्रमण फैलने की दर 8 फीसदी तक तेजी से गिर सकती है | फ़िलहाल भारत में तेज गर्मी के बावजूद कोरोना के संक्रमण में कोई कमी नहीं आ रही है | देश के तमाम हिस्सों में संक्रमण फ़ैल रहा है |