लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बदायूं में सियासी बहस में एक युवक की हत्या कर दी गई है। बहस इस बात पर हुई कि समाजवादी पार्टी चुनाव हारेगी या बीजेपी। बहस में विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी ने अपने ही दोस्त पर तमंचे से फायर कर दिया और वहां से फरार हो गया। शनिवार रात हुई इस घटना के बाद आरोपी फरार हो गया और रविवार को उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जानकारी के मुताबिक आरोपी एक दुकानदार है और मृतक उसकी दुकान में समान लेने आया था। मजेदार बात यह है कि दोनों की आपस में अच्छी दोस्ती भी थी। सवाल उठता है कि खालिद और शारिक में जब दोस्ती थी तो किसी उम्मीदवार और उसकी पार्टी के जीत व हार के मामले में इतना उतावला होना कि अपने दोस्त को ही गोली मारकर उसकी हत्या जैसा कदम उठाना बेहद चिंताजनक और निंदनीय कदम है। चुनाव है जो पाँच साल में एक बार होना ही है और उस चुनाव में एक ब्यक्ति ही जीतता है, बाकी के सारे उम्मीदवार चुनाव हार जाते हैं तो उस मामले में अपने ही दोस्त की हत्या करने जैसा कदम उठाना घृणित कार्यों में से है।
जानकारी के मुताबिक शहर के कादर चौक इलाके के रमजानपुर गांव का रहने वाला शारिक शहर के काबुलपुरा इलाके में डिश मैकेनिक के रूप में काम करता था। वहीं रोज की तरह शनिवार रात को पैदल चलते हुए वह छोटे सरकार की दरगाह की ओर जाने वाले रास्ते के चौराहे पर खालिद सिद्दीकी की किराना दुकान पर पहुंचा, जहां बैठकर चुनाव परिणामों के बारे में बातचीत शुरू हो गई। वहीं स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि रात करीब 12 बजे शारिक और खालिद के बीच बहस शुरू हो गई कि चुनाव में बीजेपी जीतेगी या एसपी। खालिद का कहना था कि बीजेपी जीत सकती है, जबकि शारिक ने एसपी की जीत का दावा किया और इसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया। हालांकि कुछ लोगों ने बीच-बचाव करना चाहा, लेकिन दोनों के बीच झगड़ा जारी रहा। दोनों के बीच चुनावी परिणाम को बहस इतनी बढ़ गई कि खालिद को तैश आ गया और वह आव देखा न ताव बस अपने कमर से तमंचा निकाला और अपने ही दोस्त शारिक के ऊपर फायर कर डाला। फायर तो कर दिया, परन्तु गोली दोस्त को लगते ही खालिद मौके से फरार हो गया।
बताया जा रहा है कि खालिद बहस के बीच ताव खा गया और वह बिना विचार किये चमंचा निकालकर शारिक पर फायर झोंक दिया। तमंचे से निकली गोली शारिक के शरीर में जा घुसी, जिसके बाद शारिक लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया और खालिद वहां से फरार हो गया। वहीं कुछ लोगों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी और मृतक शारिक के परिजनों को घटना के सम्बन्ध में बताया। स्थानीय लोगों ने पुलिस और उनके रिश्तेदारों को जानकारी दी। जानकारी होते ही मृतक के परिजन और सगे सम्बन्धी घटना स्थल पर कुछ ही देर में पहुंच गए। आनन-फानन में शारिक को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे बरेली ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। चुनावी बहस के बीच हुई हत्या की जानकारी मिलने के बाद एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा, एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान भी मौके पर पहुंचे और लोगों से जानकारी ली। वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश की जा रही है। फिलहाल वह अभी फरार है।