मुम्बई:- मोहनदास करमचंद गांधी ‘महात्मा गांधी’ की हत्या पर आधारित फिल्म को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में मचा बवाल अब थमता नज़र आ रहा है. दरअसल एनसीपी लीडर शरद पवार भी इस फिल्म की रिलीज़ के पक्ष में हैं. फिल्म को बैन करने की कांग्रेस की मांग को दरकिनार करते हुए शरद पवार ने साफ़ कर दिया है कि, ‘‘ डॉ. अमोल कोल्हे का फिल्म में किरदार करने के फैसले को कलाकार के चयन के तौर पर देखा जाना चाहिए. यदि उन्होंने यह भूमिका निभायी है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह गोडसे की विचारधारा या दृष्टिकोण को मानते हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यदि किसी फिल्म में कोई औरंगजेब की भूमिका निभाता है तो उसे मुगलों के समर्थक के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए …. (रामायण में) रावण ने सीता का अपहरण किया, क्या इसका मतलब यह है कि रावण का किरदार निभाने वाले कलाकार ने वाकई उनका अपहरण किया.’’ पार्टी नेता अव्हाद द्वारा फिल्म का विरोध किये जाने पर पवार ने कहा, ‘‘ उन्होंने जरूर अपनी निजी राय सामने रखी होगी. मुझे उसपर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है.’’ कांग्रेस ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से राज्य में और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म ‘व्हाई आई किल्ड गांधी’ पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।

पवार के बयान से साफ़ है कि वो फिल्म को बैन किए जाने की कांग्रेस की मांग से इत्तेफाक नहीं रखते. इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने कहा कि उनकी पार्टी इसकी रिलीज का विरोध करेगी। उन्होंने कहा, ‘अगर आप गांधीजी के हत्यारे को नायक के रूप में चित्रित करते हैं।’ तब यह स्वीकार्य नहीं है। हमारा देश गांधी और उनकी विचारधारा से जाना जाता है। नाना पटोले ने कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddav Thackeray) से राज्य में ‘मैंने गांधी को क्यों मारा’ (Why I Killed Gandhi) शीर्षक वाली फिल्म की रिलीज की अनुमति नहीं देने का अनुरोध करेंगे। महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) पर बनी इस फिल्म को लेकर भले ही विवाद चल रहा है। लेकिन माना जा रहा है कि, 30 जनवरी को यह फिल्म ओटीटी पर रिलीज होगी।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद और एक्टर अमोल कोल्हे (Amol Kolhe) ने फिल्म में नाथूराम गोडसे का किरदार निभाया है। आलोचना का सामना कर रहे अमोल ने कहा कि उनका गांधीवादी विचारों में दृढ़ विश्वास है। उन्होंने कहा, ‘केवल खुद को चुनौती देने के लिए विवादास्पद भूमिका निभाई।’ फिल्म का ट्रेलर आने के बाद अमोल कोल्हे की भूमिका को लेकर विवाद शुरू हो गया है। ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी प्रधामनमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटकर लिखकर ‘व्हाई आई किल्ड गांधी’ पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

एसोसिएशन ने भी कहा है कि ये फिल्म महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करती है। उधर ज्यादातर फिल्म निर्माता इसे रिलीज़ करने के पक्ष में हैं। उनकी दलील है कि दाउद समेत कई गैंगेस्टर पर आधारित फिल्म पहले रिलीज़ हो चुकी हैं उन फिल्मों में उनका गुणगान है जबकि यह फिल्म ऐतिहासिक तथ्यों और कानूनी कार्यवाही को सहेजे हुए है। फिल्म में महात्मा गांधी की हत्या के उपरान्त गोडसे पर हुई कानूनी कार्यवाही के महत्वपूर्ण अंश किरदार सहित फिल्माए गए हैं। ऐसे में इसे बैन करने की मांग अनुचित है।
